सोशल मीडिया | 7-मिनट में पढ़ें
बिरयानी सिर्फ इमोशन है, कहीं की भी हो, कैसी हो!
बिरयानी के कारण फेसबुकऔर ट्विटर पर महिलाओं को आलसी कह दिया गया. जिन्हें लगता है कि उन्हें बिरयानी को घेरने का मौका मिल गया है, वे जान लें बिरयानी का अर्थ चावल, खड़े मसालों को मीट डालकर घी मिले पानी में उबाल देना नहीं है. बिरयानी एक इमोशन है. इसमें हमें कला और साहित्य जैसा अनूठा संगम दिखाई देता है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
‘स्व’ के आधार पर छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्थापित किया ‘हिन्दवी स्वराज्य’!
राज्य संचालन के अन्य क्षेत्रों में भी शिवाजी महाराज ने ‘स्व’ की भावना के आधार पर व्यवस्थाएं बनायीं. स्वराज्य की अपनी मुद्रा होनी चाहिए इसलिए महाराज ने मुगलों द्वारा चलाई गई मुद्रा बंद करके सोने और तांबे के नये सिक्के जारी किए थे. शिवाजी ने बड़े आर्थिक व्यवहार के लिए स्वर्ण मुद्रा बनवायी, जिसे ‘होन’ नाम दिया गया. जबकि सामान्य आर्थिक व्यवहार के लिए तांबे की मुद्रा बनवायी गई, इस ताम्र मुद्रा को ‘शिवराई’ कहा गया.
सिनेमा | 6-मिनट में पढ़ें
Taj Divided By Blood: ओवर द टॉप मुगलिया सल्तनत की करतूत सामने आनी ही थी
मुग़ल सल्तनत को लेकर तमाम किवदंतियां निःसंदेह बादशाह अकबर और शहजादे सलीम के मध्य की तनातनियों की ओर इशारा करती हैं और शायद इन्हीं को आधार बनाकर मेकर ने एक अलग ही किवंदती गढ़ दी है दोनों के बीच की कटुता का चित्रण करने के लिए. लेकिन नसीरुद्दीन शाह का बादशाह अकबर के किरदार में होना ही सीरीज को कमजोर कर देता है.
सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें
Taj Divided By Blood Review: जानिए नसीरुद्दीन शाह की नई वेब सीरीज कैसी है?
Taj Divided By Blood Web series Review in Hindi: नसीरुद्दीन शाह, अदिति राव हैदरी और आशिम गुलाटी स्टारर वेब सीरीज 'ताज डिवाइडेड बाय ब्लड' ओटीटी प्लेटफॉर्म Zee5 पर स्ट्रीम हो चुकी है. मुगल साम्राज्य के विस्तार पर बनी इस सीरीज में प्यार, वासना, नशा, राजनीति, कूटनीति, धोखा सहित हर रंग देखने को मिलता है.
सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें
मुगलों से सहानुभूति रखने वाले नसीरुद्दीन शाह को बाबर और औरंगजेब का इतिहास जान लेना चाहिए!
नसीरुद्दीन शाह का कहना है कि हमें मुगलों का महिमामंडन नहीं करना चाहिए लेकिन उन्हें बदनाम करने की भी जरूरत नहीं है. मुगल तैमूर और नादिर शाह की तरह आक्रमणकारी नहीं थे. मुगल भारत को अपना घर बनाने आए थे. यदि मुगल इतने ही गलत हैं तो उनके बनाए ताजमहल, लाल किला और कुतुब मीनार को लोगों ने गिरा नहीं दिया होता.
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
हाथों में गुलाब पकड़े प्रेम चतुर्दशी का प्रेममयी पदार्पण हो चुका है!
14 फरवरी नज़दीक आने को है और गुलाब अपनी ख़ुशबू से सबों को राग-द्वेश त्यागकर प्रेमराग फैलाने का संदेश दे रहा है. चाहे शाहजहां हो या दशरथ मांझी, प्रेम के इस पवित्र सप्ताह में फूहड़पन को त्यागकर आइए प्यार की इन प्रतिमूर्ति को याद करें और समूचे संसार के समक्ष एक ऐसा उदाहरण पेश करें जो आने वाली नस्लो के लिए एक मिसाल बनकर सामने आए.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
मुग़ल राज खत्म करने वाले अंग्रेजों ने क्यों बनवाया था मुग़ल गार्डन, जानिए बागों की परंपरा को...
1911 में फिरंगियों ने रायसीना हिल पर आलीशान वाइसरॉय हाउस बनाया, जो अब राष्ट्रपति भवन कहलाता है. तत्कालीन वाइसरॉय हार्डिंग साहब की मेमसाब को गार्डन-आर्किटेक्चर का बड़ा शौक़ था. यह लेडी हार्डिंग का ही प्रभाव था कि लुटियन्स साहब ने वाइसरॉय हाउस के गार्डन को चारबाग़ शैली में बनाने का फ़ैसला लिया और उसे नाम दिया- 'मुग़ल गार्डन'. क्योंकि वह मुग़ल शैली का बाग़ था.
सियासत | 2-मिनट में पढ़ें
सिनेमा | 2-मिनट में पढ़ें





