संस्कृति | 4-मिनट में पढ़ें
![गीता मय हुआ अमेरिका... कृष्ण को अपने भीतर उतारने का महाभियान गीता मय हुआ अमेरिका... कृष्ण को अपने भीतर उतारने का महाभियान](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202407/311-1_072224023804.jpg?size=200:200)
गीता मय हुआ अमेरिका... कृष्ण को अपने भीतर उतारने का महाभियान
एसजीएस गीता फाउंडेशन और कृष्ण दत्त हनुमान मंदिर ने 19-21 जुलाई 2024 तक शिकागो, इलिनॉय के उपनगर हॉफमैन एस्टेट्स के एनओडब्ल्यू एरिना में अपने तीन दिवसीय गीता उत्सव का आयोजन किया. यह कार्यक्रम, भगवद गीता की शिक्षाओं के माध्यम से विश्व शांति को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखता है, इसमें भक्तों और आध्यात्मिक उत्साही लोगों की भारी भागीदारी देखी गई.संस्कृति | 4-मिनट में पढ़ें
![वो पहाड़ी, जहां महाकश्यप को आज भी है भगवान बुद्ध के आने का इंतजार वो पहाड़ी, जहां महाकश्यप को आज भी है भगवान बुद्ध के आने का इंतजार](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202407/2-3_071924065618.jpg?size=200:200)
वो पहाड़ी, जहां महाकश्यप को आज भी है भगवान बुद्ध के आने का इंतजार
मान्यता के अनुसार भगवान बुद्ध का उत्तराधिकारी महाकश्यप जब अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर था, तब वह इस पहाड़ी पर चढ़ने का प्रयत्न कर रहा था. इसी दौरान पहाड़ी की एक चट्टान में उनका पाँव फँस गया. लेकिन इन्ही चट्टानों ने फिर स्वयं ख़ुद को अलग कर उनको रास्ता दिया. महाकश्यप पहाड़ी की चोटी पर पहुँचे और ध्यानमग्न हो गये और आज भी ध्यान में लीन हैं और बुद्ध के अगले अवतार मैत्रेय के आने का इंतजार कर रहे हैं.संस्कृति | 3-मिनट में पढ़ें
![नवाब मीर जाफर की मौत ने तोड़ा लखनऊ का आईना... नवाब मीर जाफर की मौत ने तोड़ा लखनऊ का आईना...](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202304/nawab-311_041923091539.jpg?size=200:200)
नवाब मीर जाफर की मौत ने तोड़ा लखनऊ का आईना...
मीर जाफर अब्दुल्ला की मौत से पूरा लखनऊ सूना हो गया है. मीर जाफर अब्दुल्ला सिर्फ एक नाम नहीं था ये एक तहज़ीब थे,तहरीक थे, एक तारीख़ थे. वो लखनऊ के नवाबों की सांस्कृतिक विरासत संजोने वाले नवाबीन दौर के नुमाइंदे ही नहीं थे बहुत कुछ थे. वो शहर-ए-लखनऊ की पहचान थे. इतिहासकार, किस्सागो, रंगकर्मी और फिल्म कलाकार भी थे.संस्कृति | 6-मिनट में पढ़ें
![सांस्कृतिक राष्ट्रत्व में है अलगाव की समस्या का समाधान सांस्कृतिक राष्ट्रत्व में है अलगाव की समस्या का समाधान](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202303/311x175_032723105955.jpg?size=200:200)
सांस्कृतिक राष्ट्रत्व में है अलगाव की समस्या का समाधान
हमारी उदारता, संवदेनशीलता, मानवता के साथ ही सहिष्णुता का मूल कारण हमारी सांस्कृतिक विरासत है. वर्तमान चुनौतियों को देखते हुए और गौरवमयी भविष्य के लिए भारत और भारतीयता के हित में आज की राजनीति के केंद्र में सांस्कृतिक राष्ट्रत्व को लाने की आवश्यकता है.संस्कृति | 3-मिनट में पढ़ें
![तुलसी दास और रामचरित मानस से जुड़े वो तथ्य जिन्हें हमें जरूर जानना चाहिए तुलसी दास और रामचरित मानस से जुड़े वो तथ्य जिन्हें हमें जरूर जानना चाहिए](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202303/tulsidas-311_032323101259.jpg?size=200:200)
तुलसी दास और रामचरित मानस से जुड़े वो तथ्य जिन्हें हमें जरूर जानना चाहिए
रामचरित मानस को बदला नहीं जा सकता है. इसके प्रभाव को धीरे-धीरे ख़त्म करने की कोशिश हो सकती है. ऐसा केवल अधिक जागरूकता के ज़रिये ही किया जा सकता है. डंडे चलाने से तथ्य ख़त्म नहीं होते हैं. तथ्यों को पहचानते हुए ही जागरूकता फ़ैलाई जा सकती हैं.संस्कृति | बड़ा आर्टिकल
![झूलेलाल और हेमू कालानी, एक धर्म के लिए मशहूर हुआ, दूसरा देश की आजादी के लिए झूलेलाल और हेमू कालानी, एक धर्म के लिए मशहूर हुआ, दूसरा देश की आजादी के लिए](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202303/hemu-jhulelal-311_032023101056.jpg?size=200:200)
झूलेलाल और हेमू कालानी, एक धर्म के लिए मशहूर हुआ, दूसरा देश की आजादी के लिए
23 मार्च 2023 को झूलेलाल जी की जयंती है. इस दिन को सिंधी समाज के लोग चेटीचंड उत्सव के रूप में मनाते हैं. इस दिन वे अपने आराध्य देव झूले लाल को याद करते हैं. कोई इन्हें संत कहता है तो कोई फकीर, जो भी हो हिन्दू मुस्लिम दोनों इन्हें मानते हैं. यह सिन्धी समाज के ब्रह्मा, विष्णु, महेश, ईश्वर, अल्लाह से भी बढ़कर हैं. इसी दिन महान स्वतंत्रता सेनानी हेमू कालानी का भी जन्म दिन है.संस्कृति | 6-मिनट में पढ़ें
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संस्कृति | 5-मिनट में पढ़ें
संस्कृति | 5-मिनट में पढ़ें
![नव्य अयोध्या की वीथियों में भंग होंगी प्रार्थनाएं... नव्य अयोध्या की वीथियों में भंग होंगी प्रार्थनाएं...](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202301/ayodhya--311x175_010523102203.jpg?size=200:200)
नव्य अयोध्या की वीथियों में भंग होंगी प्रार्थनाएं...
मंदिर की आड़ में अयोध्या को एक नया स्वरूप दिया जा रहा है. यूं तो अयोध्या का इतिहास ही बनने बिगड़ने का रहा है लेकिन इस बार बस रही नव्य अयोध्या के हिस्से कई स्याह पहलू भी हैं. घुटती, सिसकती आहों पर रिमोट चालित अयोध्या बस रही है. भव्य मंदिर और पंचसितारा संस्कृति के निर्माण पर गर्व करने की बजाय अयोध्या कुछ लोगों की धर्म, धार्मिक आस्थाओं और धार्मिक निर्माण का केंद्र बनती दिख रही है.संस्कृति | 2-मिनट में पढ़ें