सियासत | बड़ा आर्टिकल

ममता न मानें तो भी, मुर्मू के सम्मान में यशवंत सिन्हा बैठ जाएं तो काफी अच्छा है
द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के खिलाफ लड़ाई का जो लॉजिक यशवंत सिन्हा (Yashawat Sinha) ने दिया है, बिलकुल वाजिब है - फिर भी अगर अपनी उम्मीदवारी वापस लेकर वो चाहें तो विपक्ष को एकजुट करने में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के लिए ज्यादा मददगार हो सकते हैं.सियासत | बड़ा आर्टिकल

शिवसेना में हुई बगावत पारिवारिक पार्टियों के लिए बड़ा अलर्ट, अगला नंबर किसका?
शिवसेना की बगावत (Shiv Sena Crisis) के पीछे उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की चूक हो या फिर बीजेपी की साजिश, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने हाल ही में परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ तेलंगाना में जो कुछ कहा था घुमा फिरा कर वही सामने आ रहा है.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

यशवंत सिन्हा चले हुए कारतूस हैं, विपक्ष ने ही साबित कर दिया
जब शरद पवार, फारूख अब्दुल्ला और गोपालकृष्ण गांधी ने राष्ट्रपति चुनाव (President Election 2022) में विपक्ष का उम्मीदवार बनने से मना कर दिया, तो समझ लिया जाना चाहिए था कि विपक्ष को इस चुनाव से कोई अपेक्षा नहीं है. यह तो वही बात हुई की कोई नहीं मिला तो यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को ही लड़वा दो!सियासत | बड़ा आर्टिकल

राष्ट्रपति चुनाव से पहले मोदी के 'अब्बास' का मिल जाना - संयोग है या कोई प्रयोग?
अब्बास (Abbas) यानी अपने बचपन के मित्र का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने नयी बहस छेड़ दी है - ये चर्चा नुपुर शर्मा विवाद और राष्ट्रपति चुनाव (President Election 2022) के बीच होने से राजनीतिक मायने अलग हो जाते हैं - और अहम भी.सियासत | बड़ा आर्टिकल

राहुल गांधी को अगर ED गिरफ्तार कर ले तो बीजेपी को कोई फायदा होगा क्या?
प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ (ED Questioning) से मिले ब्रेक के बाद 20 जून को राहुल गांधी (Rahul Gandhi) फिर से पेश हुए. पूछताछ के तीसरे दिन कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी की आशंका जतायी जाने लगी थी - फर्ज कीजिये ऐसा हुआ तो क्या बीजेपी (BJP) को क्या फायदा मिल सकता है?सियासत | बड़ा आर्टिकल

राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी को कैसे उम्मीदवार की तलाश होगी?
कोई शक शुबहे वाली बात नहीं है कि राष्ट्रपति चुनाव (President Election 2022) में सत्ताधारी बीजेपी एक ऐसे ही नेता को अपना उम्मीदवार (BJP Candidate) बनाएगी जो अगले आम चुनाव (General Election 2024) में बेहद उपयोगी साबित हो सके - कोई एक नाम समझ में न आये तो समझने के और भी तरीके हैं.सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

राष्ट्रपति चुनाव: ममता का कांग्रेस को खुला चैलेंज!
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 21 दलों के नेताओं को 15 जून की बैठक के लिए निमंत्रण भेजा था. जिसमें ममता की करीबी माने जाने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी(AAP) ने पहले ही विपक्षी दलों की इस बैठक में शामिल न होने की बात कहकर पहला झटका दिया.सियासत | बड़ा आर्टिकल

ममता बनर्जी आखिर शरद पवार के पीछे क्यों पड़ी हैं?
राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार तय करने के लिए 15 जून को विपक्षी दलों की दो मीटिंग तय की गयी थी, लेकिन सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के अस्पताल और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के ED दफ्तर चले जाने की वजह से ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की ही मीटिंग हो पायी - आगे क्या होने वाला है?सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
