सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें

'तांडव' सुधरने को तैयार लेकिन आरोप-प्रत्यारोप करने वाले नहीं...
Tandav Controversy पर भले ही मेकर्स ने माफी मांग ली हो मगर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही है. ताजा मामला दक्षिणपंथी लेखिका शेफाली वैद्य (Shefali Vaidya ) से जुड़ा है जिन्होंने प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi ) को लेकर एक बात कही है जिसने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

Priyanka Gandhi को इग्नोर तो किया जा सकता है, पूर्णतः ख़ारिज नहीं!
नए साल में प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के सामने चुनौतियों का अंबार है. सबसे बड़ी चुनौती तो यही है कि वे किस तरह अपने कार्यकर्ताओं का फोकस कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर होने वाली चर्चाओं से हटा पाती हैं. सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बीच कांग्रेस नेतृत्व को लेकर चले आ रहे असमंजस के बीच प्रियंका को यूपी में पार्टी भी खड़ी करना है.सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

मुंडेर के ईटों के बाद हवेली की शहतीरें भी हो सकती हैं सपा के आंगन का हिस्सा
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भले ही अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निष्क्रियता के आरोप लगे हों मगर हमें इस बात को समझना होगा कि अखिलेश अपनी तरफ से काम पूरे कर रहे हैं और जैसे समीकरण उत्तर प्रदेश में स्थापित हुए हैं सपा अन्य दलों विशेषकर भाजपा को मुसीबत में डालने वाली है.सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

उत्तर प्रदेश में Congress-AAP की नई एंट्री सपा-बसपा की बत्ती गुल कर देगी?
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) में अभी वक्त है लेकिन हालिया स्थिति में भाजपा (BJP) के सामने सपा-बसपा (SP-BSP) की जगह कांग्रेस (Congress) और आप (AAP) का हल्ला ही दिखाई दे रहा है जो राज्य की राजनीति में नया है.सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

Hathras Case के बहाने प्रियंका गांधी की ब्रांडिंग होने से योगी आदित्यनाथ का काम आसान
हाथरस केस (Hathras Gangrape case) में कांग्रेस (Congress Party) ने प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की ब्रांडिंग करने की जो फूहड़ कोशिश की है, उससे इस घटना से आम जनता का जुड़ाव कम हो गया है. हाथरस केस राजनीति का अखाड़ा बन जाने से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) राहत ही मेहसूस कर रहे होंगे.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

हाथरस मामले में योगी आदित्यनाथ ने एक ही फैसले से विपक्षियों को चित कर दिया
हाथरस का केस (Hathras case) एक बहुत बड़ा रहस्य है. पीड़ित पक्ष का कहना है की पीड़िता के साथ गैंगरेप हुआ है बर्बरता हुयी है तो वहीं आरोपी के परिवारजनों का कहना है कि उनको फंसाने का काम किया जा रहा है. इस बीच विपक्ष ने अपनी सियासत तेज की तो योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने केस सीबीआई को सौंपकर अपना पल्ला झाड़ लिया है.सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
