टेक्नोलॉजी | 5-मिनट में पढ़ें
टेक्नोलॉजी | 4-मिनट में पढ़ें
टेक्नोलॉजी | बड़ा आर्टिकल

संभल कर रहें, धोखे ही धोखे हैं डिजिटल वर्ल्ड में...
क्या FAQ 'उपयोगकर्ता किसी भी ऐप पर अप्रत्याशित लाभ, नौकरी, धन योजना के संदेश प्राप्त कर सकते हैं' वे पिंड छुड़ा सकते हैं ? आदर्श सरीखा है उनका उपदेश बेहतर निर्णय लें, सावधानी बरतें क्योंकि ये स्कैम हो सकते हैं. आगे बात ना बढ़ायें, तुरंत ब्लॉक कर दें.टेक्नोलॉजी | 4-मिनट में पढ़ें

Chatgpt अगर बहुतों के लिए आपदा है तो अमेरिका के लांस जंक ने इसे अवसर में बदल दिया!
चैट जीपीटी भले ही दुनिया के तमाम लोगों के गले मे फंसी हड्डी हो. लेकिन इसी दुनिया में ऐसे भी हैं जिन्होंने इस पर महारत हासिल कर ली है और लाखों के वारे न्यारे कर रहे हैं. इन बातों पर यकीन न हो तो अमेरिका चलिए और लांस जंक से मिलिए.टेक्नोलॉजी | 4-मिनट में पढ़ें

Nissan Patrol SUV लेने वाले सलमान जान लें होइहि सोइ जो राम रचि राखा, बाकी गाड़ी है कमाल!
हत्या की लगातार धमकियों के बाद भले ही सलमान ने हाई एन्ड एसयूवी ले ली हो. लेकिन उन्हें दुनिया का एक नियम याद रखना चाहिए. जब इंसान का वक़्त खराब होता है तो फिर वो होकर रहता है जो उनके भाग्य में लिखा है. खैर फैंस को ये जरूर जानना चाहिए कि जो गाड़ी सलमान ने ली है उसमें खास क्या है.टेक्नोलॉजी | 5-मिनट में पढ़ें
टेक्नोलॉजी | 3-मिनट में पढ़ें

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रिसर्च रोकने के लिए जमा हो गए टेक और दुनिया के दिग्गज!
2,600 से अधिक लोगों जिनमें एक बड़ी आबादी टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स और शोधकर्ताओं ने एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इन लोगों ने AI को समाज और मानवता के लिए बड़ा खतरा माना है और इसके विकास पर अस्थायी 'विराम' का आग्रह किया है.टेक्नोलॉजी | बड़ा आर्टिकल

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस युग में आपका स्वागत है, आइये इसका भविष्य जानते हैं
आइये जानते हैं कि एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial intelligence) क्या है. किन-किन फील्ड में एआई का यूज सबसे ज्यादा हो रहा है, और जैसे-जैसे एआई एडवांस होता जा रहा है तो इसके क्या-क्या नेगेटिव इंपैक्ट आ रहे हैं. एआई की फील्ड में करियर कैसे बनाया जा सकता है, और कैसे कोई स्टूडेंट एआई एल्गोरिदम, मशीन लर्निंग सीख कर चैट बोट बना सकता है.टेक्नोलॉजी | 6-मिनट में पढ़ें

Artificial Intelligence: अदृश्य रोबोट्स के हवाले होने जा रही है हमारी जिंदगी!
एक ओर तकनीक ने सदैव विकास की राह प्रशस्त की है, वहीं दूसरी ओर कुछ नैतिक दुविधाएं भी तकनीक की राह में आती रही हैं. एआई में हो रही द्रुत प्रगति से मचे कोलाहल के बीच बड़ा सवाल है कि इससे किसको फायदा होगा और कितना? एक बात तो समझ आ रही है कि उद्यमियों के लिए शायद एआई उतना फायदेमंद ना हो और हो सकता है उनके लिए मंदी की वजह बन जाए.टेक्नोलॉजी | 5-मिनट में पढ़ें

AI संचालित चैटबॉट: वर्चस्व माइक्रोसॉफ्ट का हो या गूगल का, क्या डरना जरूरी है?
क्यों ना चैटबॉट के प्रोडक्ट्स को पोंगापंडित कहें ? आखिर रटी रटाई (फीड) बातों को ही तो तोते की तरह दोहराता है. खुद का आत्मचिंतन या विवेक जो नहीं है. दरअसल चैटबॉट को आप एक डिजिटल रेडी रेकनर समझें जिसके अपडेशन की निरंतरता हर हाल में मानव पर निर्भर हैं.टेक्नोलॉजी | 5-मिनट में पढ़ें
