सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

दलित दिवाली और बाबा साहेब वाहिनी से नहीं सध पाएंगे उत्तर प्रदेश में वोट
अखिलेश यादव अकेले दम पर दलित वोटों को सहेजने की मेहनत जरूर कर रहे हैं, लेकिन यह उत्तर प्रदेश की तमाम छोटी पार्टियों और संगठनों को साधे बगैर पूरा होता नहीं दिख रहा है. 2019 में सपा के साथ गठबंधन में रही निषाद पार्टी भाजपा के खेमे में शामिल हो चुकी है.ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें

यूपी पंचायत चुनाव: जलेबी, समोसा और रसगुल्ला जब्त करना एक गहरी साजिश है
इस चुनाव में प्रत्याशी जलेबी, रसगुल्ला जैसी तमाम मिठाईयों के साथ समोसा बांटकर जैसे-तैसे अपने वोट पक्के कर रहे हैं. लेकिन, उत्तर प्रदेश पुलिस सारा मजा ही खराब करे दे रही है. बीते 15 दिनों में 200 किलो जलेबी, एक कुंटल रसगुल्ला और 1100 समोसे बरामद करने की कम से कम 20 खबरें आ चुकी हैं.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

ऑपरेशन लोटस से बचने के लिए कांग्रेस का अभेद्य किला है 'होटल फेयरमॉन्ट'
ऑपरेशन लोटस के बाद से देश में रिसॉर्ट पॉलिटिक्स काफी बढ़ गई है. कर्नाटक, गोवा, पुदुचेरी में ऑपरेशन लोटस कामयाब रहा है. मध्य प्रदेश में तो ऑपरेशन लोटस की वजह से कमलनाथ सरकार मुंह के बल गिर पड़ी थी. राजस्थान में भी कुछ ऐसे ही प्रयास किए गए थे, लेकिन भला हो कांग्रेस नेतृत्व का जो वक्त रहते संभल गए और गहलोत सरकार बच गई.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

'लोकतंत्र की हत्या' की जिम्मेदारी ममता बनर्जी के कंधों पर ही आनी है
पश्चिम बंगाल में भाजपा से मिल रही कड़ी चुनावी टक्कर ने ममता बनर्जी को बुरी तरह से बौखला दिया है. 'दीदी' के सत्ता में काबिज होने से लेकर वर्तमान विधानसभा चुनावों में केवल एक ही अहम बदलाव हुआ है और वह है उनके तेवरों का बेतरतीब हो जाना. ममता बनर्जी का गुस्सा उनकी सियासी जमीन को कमजोर करता जा रहा है.सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

प्रशांत किशोर की ऑडियो लीक तो BJP की जीत वाला आपिनियन पोल बन गई!
पश्चिम बंगाल में भाजपा के खिलाफ 'खेला होबे' का नारा देने वाली तृणमूल कांग्रेस मुखिया के साथ ही 'खेला' होने लगा है. पहले ममता बनर्जी की भाजपा कार्यकर्ता के साथ ऑडियो वायरल हुई और अब चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पत्रकारों के साथ क्लबहाउस चैट लीक हो गई.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
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लोकतंत्र में विश्वास रखता है कोरोना, तभी चुनावी रैलियों में नहीं जाता!
भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. अब लोकतंत्र है, तो चुनाव होने ही हैं. भारत में तो हर साल किसी न किसी राज्य में चुनाव होते हैं. बीते साल बिहार में ही हुए थे, वहां भी खूब रैलियां हुईं, लेकिन मजाल कि कोरोना फैला हो. अब बिहार में नहीं फैला, तो इन पांच चुनावी राज्यों में क्यों फैलेगा.ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें

व्हीलचेयर को उसका खोया हुआ सम्मान मुख्तार अंसारी और ममता बनर्जी ने ही दिलाया है
राजनीति अपनी जगह है, लेकिन व्हीलचेयर का नाम लेते ही जो चेहरा सबसे पहले सामने आता है, वो है दुनिया के सबसे बड़े भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग का. दुनिया का एक बेहतरीन दिमाग मोटर न्यूरॉन नाम की एक बीमारी की वजह से उन्हें मजबूरी में व्हीलचेयर पर आना पड़ा.समाज | 5-मिनट में पढ़ें
