सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें
KK जैसे कभी मरते नहीं, KK मरा नहीं करते, वो यही हैं हमारे बीच...
KK हमारे बीच से उठकर उस सफ़र के लिए निकल चुके हैं, जहां कोई किसी का साथ नहीं देता. लेकिन इस दुनिया में सांस ले रही अरबों आवाज़ों में कुछ ही ऐसी आवाज़ें हैं जो यहीं रह जाती हैं. उनकी रूहानी आवाज़ हम सभी के पास हमारी आख़िरी सांस तक रहेगी.
सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें
सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें
सिंगर केके का न यूं चले जाना बर्दाश्त हो रहा है, न मौत की वजह
बॉलीवुड (Bollywood) के जानेमाने सिंगर केके (कृष्णकुमार कुन्नथ) (KK) की मौत के मामले में पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है. सिंगर केके के सिर और होंठों पर चोट के निशान मिलने के बाद उनकी मौत को लेकर सस्पेंस बढ़ गया है. आइए जानते हैं कि अब तक मामले में क्या हुआ है...
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
Vaishno Devi stampede: आखिर क्यों भीड़ प्रबधंन पर बननी चाहिए ठोस नीति...
वैष्णो देवी मंदिर में हुई भगदड़ (Vaishno Devi stampede) की एक बड़ी वजह भीड़ प्रबधंन का ना होना है. अगर इसपर कोई ठोस नीति बनी होती तो यकीनन इस तरह का कोई हादसा न होता. इसलिए अब वो समाया आ गया है जब सरकार को भीड़ प्रबधंन को गंभीरता से लेना चाहिए और इसपर कोई ठोस नीती बनानी चाहिए.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
Omicron से बचाव के लिए Night Curfew, क्या जनता इतनी मूर्ख है
अच्छी बात है कि मध्य प्रदेश के मुकाबले उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना के नए और खतरनाक वेरिएंट Omicron के प्रति गंभीरता जाहिर की है. लेकिन नाईट कर्फ्यू! दिसंबर की इस ठंड में सरकार का ये फैसला इसलिए भी वाहियात है क्योंकि कौन होगा जो रात में दांत किटकिटाने वाली सर्दी में बाहर निकलेगा, और संक्रमण फैलाएगा?
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
मोदी की रैली में आई भीड़ के बारे में प्रियंका गांधी का खुलासा हर पार्टी का सच है!
प्रियंका गांधी एक बार फिर भाजपा पर हमलावर हैं और उन्होंने भीड़ और जनता के पैसे को मुद्दा बनाया है. प्रियंका ने जो खुलासा किया है ये कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में वो केवल भाजपा का नहीं बल्कि सभी दलों का सच है.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
बिहार में जीवन से ज्यादा जरूरी है मुंडन-जनेऊ-ब्याह!
Covid की इस दूसरी लहर के बीच सोशल मीडिया पर तमाम पोस्ट तैर रही हैं जिनमें बताया जा रहा है कि बिहार के लोग, कोरोना के प्रसार से जरा भी चिंतित नहीं हैं. बारातें निकल रही हैं, डीजे तेज आवाज में ढिंचक बज रहा है और भोज-भात पूरे शबाब पर है. सवाल ये है कि लोगों को इस तरह बेकाबू होते देखकर राज्य सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या कर रहे हैं?
समाज | 7-मिनट में पढ़ें
शराब के लिए मजदूरों को लाइन में लगवाना मालिकों की घिनौनी चाल थी!
लॉक डाउन 3 (Lockdown 3) में मिली छूट के बाद लोगों ने शराब (Alcohol) लेने के लिए जमकर सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) की धज्जियां उड़ाई. लाइनों में जो लगे थे उनपर यदि गौर किया जाए तो एक बड़ी आबादी मजदूरों (Laborers) की थी जो उन लाइनों में लग अपनी ड्यूटी पूरी कर रही थी.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें







