
नवेद शिकोह
naved.shikoh
लेखक पत्रकार हैं
समाज | 2-मिनट में पढ़ें

धार्मिक पाखंडियों के लिए किसी सुनामी से कम नहीं हैं 'सुहानी'...
सुहानी ने पूरे इंटरनेट पर तहलका मचाया हुआ है. सुहानी फेस रीडिंग में दक्ष है.वो लोगों के मन को पढ़ने के चमत्कार दिखा रही है. वो इस मनोविज्ञान या चमत्कार को कला कहती हैं.ऐसी कला में दक्ष बाबा, स्वामी, तांत्रिक, मौलाना,रम्माल या ईसाई धर्म गुरु लाखों-करोड़ों का दिल जीत लेते हैं. उनके दर्शन करने, उन्हें सुनने और उनके चमत्कार देखने हजारों लोग आते हैं.सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

अंदरखाने से मुसलमानों के दिलों में जगह बनाएगी भाजपा
लोकसभा चुनाव को लेकर 2023 में मुसलमानों से दूरियां कम करने के लिए भाजपा अवध से लेकर पूरब-पश्चिमी यूपी में नुक्कड़ सभाओं के कार्यक्रम जारी रखेगी. राजधानी लखनऊ में ये सिलसिला शुरू भी हो गया है. अम्बर फाउंडेशन ने लखनऊ में इस तरह के धुवांधार सामाजिक कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू किया है.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

चुनावी और सियासी साल होगा 2023...
दिल्ली की कुर्सी समेत सबसे अधिक सूबों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सत्ता है. इसलिए अपनी हुकुमतों को बचा पाने के लिए भाजपा के लिए आगामी वर्ष बेहद चुनौतीपूर्ण और सियासी व्यस्तता भरा होगा.कांग्रेस और भाजपा विरोधी तमाम क्षेत्रीय दलों के लिए 2023 करो या मरो के संघर्ष से भरा होगा.समाज | 3-मिनट में पढ़ें

उजड़े हुए रविंद्रालय को आबाद करने का प्रयास...
लखनऊ के रंगमंच का मरकज रविंद्रालय कभी अपनी कलात्मक गतिविधियों से गुलज़ार रहता था, बरसों से यहां के कपाट बंद पड़े हैं, अब ये खुल जाएंगे. जिसका मंच देश के हर बड़े कलाकार से गुलज़ार हुआ, जिसकी कुर्सियां देश के कई प्रधानमंत्रियों, मुख्यमंत्रियों से सुशोभित हुईं. आज रवीन्दालय के मंच को बुनियादी जरूरते़ लाइट-साउंड और ढंग का पर्दा भी नसीब नहीं है.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

पठान जैसे विवाद सरकार पर भी उठाते हैं सवाल, अनजाने में अपनी सरकार को घेर लेते हैं भाजपाई!
पठान के विवाद के बाद एक बात और निकल के सामने आने लगी है कि धार्मिक भावनाओं को लेकर उठे फिल्मों के विवाद को आगे बढ़ाने वाले अधिकांश भाजपा समर्थक/ कार्यकर्ता/ भाजपा मंत्री/ विधायक/ सांसद होते हैं. जबकि लगातार इस तरह की फिल्मों का विरोध एक तरह से सत्तारूढ़ भाजपा का विरोध है.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

रामपुर में हार से बौखलाए आज़म को सांत्वना देने चले जाएं अखिलेश
यूपी विधानसभा चुनाव में सपा को बीस फीसद मुस्लिम समाज का बल्क वोट मिला था. आज़म की बेचारगी को देखकर आगामी लोकसभा चुनाव में यदि मुस्लिम समाज कांग्रेस या बसपा की दावत की सुगंध की तरफ आकर्षित हो गया तो सपा के लिए पांच-सात सीटें भी जीतना मुश्किल होगा.सिनेमा | 2-मिनट में पढ़ें
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

समाजवादी रुंधे गले से कहते नजर आ रहे हैं- हम यतीम हो गए
देश में समाजवाद के लिए ज़मीनी लड़ाई लड़ने वाला मुलायम सिंह यादव जैसा कोई नेता फिलहाल नहीं दिखता. मृत्यु के शास्वत सत्य के आगे गुरुग्राम के वेदांता अस्पताल की लाख कोशिशों और लाखों लोगों की दुआएं काम नहीं आईं. धरती पुत्र ने मौत और जिन्दगी के संघर्ष के बाद अंततः धरती छोड़ दी.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

भारत में सियासत रूपी रेल के इंजन हैं समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव...
भाजपा के सबसे बड़े नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करके और लोकसभा चुनाव से पहले संसद में भाजपा के सांसदों को दुबारा जीतने की शुभकामनाएं देकर मुलायम ने एक बार सबको चौकाया और कटुता से दूर रहकर राजनीति में शिष्टाचार का एतिहासिक संदेश दिया था.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

कलह के बीच अर्जुन बन मछली की आंख पर राहुल की एकाग्रता...
कांग्रेस पार्टी की जैसी स्थिति है वो किसी से छिपी नहीं है. तमाम चीजों को लेकर पार्टी में अफरातफरी मची है. ऐसे में राहुल अर्जुन की तरह सारी एकाग्रता मछली की आंख के निशाने पर लगाए हुआ हैं। कह सकते हैं ज़मीनी संघर्ष के सिवा राहुल इस समय कुछ नहीं देख रहे हैं.सिनेमा | 3-मिनट में पढ़ें
