समाज | 3-मिनट में पढ़ें

केदारनाथ त्रासदी के एक दशक: भयंकर तबाही के निशान अभी भी बाकी है!
Kedarnath Disaster: केदारनाथ आपदा को दस वर्ष का समय पूरा हो गया है. इसके बावजूद आज भी वहां भयावह आपदा के कई निशान मौजूद है. देवभूमि में इस आपदा के दुष्प्रभावों को खत्म करने के विभिन्न प्रयास किये गए है लेकिन अभी भी देवभूमि पर खतरा मंडरा रहा है.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें

किसानों की कैसे हो कुदरत के कहर से बर्बाद हुई फसल की भरपाई?
बीते लगातार कुछ वर्षों से बेमौसम बारिश ने समूचे देश में कहर बरपाया हुआ है. बेमौसम बारिश तभी होती है, जब किसानों की फसलें खेतों में अधकची लहलहाती होती हैं. लगता है खेतीबाड़ी को किसी की नजर लग गई. क्योंकि फसलें खेतों में जब पककर खड़ी होती है. तभी, कुदरत का रौद्र रूप उन्हें उजाड़ देता है.
सियासत | 2-मिनट में पढ़ें

बारिश में भीगते राहुल गांधी केवल भाषण दे रहे हैं, जनता जुड़े तो कैसे?
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) कर्नाटक के मैसूर पहुंची. तो, अचानक हुई बारिश (Rain) में राहुल गांधी ने भीगते हुए जनसभा को संबोधित किया. जिस पर तमाम कांग्रेसीजन सोशल मीडिया पर राहुल की इस मुद्रा पर लहालोट नजर आ रहे हैं. लेकिन, अहम सवाल ये है कि 'भारत जोड़ो यात्रा' पर निकले राहुल गांधी केवल भाषण दे रहे हैं. तो, जनता उनसे कैसे जुड़े?
सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें

ट्रैफिक जाम में गर्लफ्रेंड मिले जो बाद में बीवी बने तो ऐसे जाम से अच्छा कुछ नहीं!
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हुआ है. जिसके अनुसार एक व्यक्ति बेंगलुरु में ट्रैफिक में फंसा, जहां उसे अपनी गर्ल फ्रेंड मिली. जिससे उसने बाद में शादी की. यदि ऐसा है तो इस किस्से को सुनकर कहा यही जाएगा कि, अगर जाम में प्यार मिल रहा है तो फिर ऐसे जाम से बेहतर कुछ भी नहीं.
समाज | 6-मिनट में पढ़ें

इलाहाबाद के वो 'हरियाली गुरु' जो रक्षाबंधन पर पेड़ों को रक्षासूत्र बांधते हैं !
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉक्टर एनबी सिंह, हर रक्षाबंधन पर पेड़ पौधों को रक्षासूत्र बांधते हैं और वर्ष भर उनके सुरक्षा के लिए संकल्पित रहते हैं. प्रोफेसर साहब ने अब तक एक लाख से अधिक पौधें लगाए हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
ह्यूमर | 3-मिनट में पढ़ें

ज़रा-सी बारिश और दिल्ली का बावर्ची बन खाने पर अत्याचार करना अलग किस्म का गुनाह है!
दिल्ली में बारिश का होना भर था. वो पब्लिक जो बीते कई दिन से भीषण गर्मी की मार झेल रही थी बड़ी राहत महसूस कर रही है. ऐसे में जैसे ही हम सोशल मीडिया का रुख करते हैं तो वहां एक अलग ही तरह का नजारा है और हर आदमी शेफ बना हुआ है जो कई तरह की अतरंगी डिशेज के अविष्कार में अपनी ऊर्जा खंपा रहा है.
ह्यूमर | 6-मिनट में पढ़ें

Roy Sullivan वो जिससे बादल और बिजली ने मौज खूब ली फिर अगली बार के लिए जिंदा छोड़ा!
जीवन है तो मुसीबतें हैं. लेकिन हमारे बीच ऐसे तमाम लोग हैं. जिनपर जब मुसीबत आती है तो वो उसे झेल नहीं पाते और फिर निराश होते हैं और टूट जाते हैं. ऐसे लोगों को Roy Sullivan के बारे में जरूर जानना चाहिए, रॉय की कहानी जहां हंसाती है.. तो वहीं ये भी बताती है कि मुसीबतें आएंगी लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि इंसान को ज़िन्दगी जीनी छोड़ देनी चाहिए.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें