ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें
ऋतिक बॉडी दिखाकर ललचा लें, लेकिन ओट्स-ग्रीन टी वाले क्या जानें भटूरे और लस्सी का सुख!
साल 2022 ख़त्म हो चुका है. 23 की शुरुआत हो गयी है. ऐसे में ट्विटर पर ऋतिक ने 8 पैक्स और टोंड बॉडी वाली एक फोटो ट्विटर पर पोस्ट की है. फोटो में ऋतिक दूसरों को भी मोटिवेट करते नजर आ रहे हैं. ऋतिक लाख कोशिश कर लें लेकिन उनकी ग्रीन टी, ओट्स या कीटो डाइट का हमारी बिरयानी. भटूरे और लस्सी से कोई मुकाबला नहीं है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
नए साल पर ऋतिक रोशन की तरह बॉडी भले न बनाएं, मगर फिट रहने की कोशिश तो कर ही सकते हैं
आपके पास ऋतिक रोशन की तरह सुविधा ना हो तो भी आप फिट रह सकते हैं. सिर्फ आपके मन में खुद को फिट रखने की दृढ़ इच्छा होनी चाहिए. हम यह नहीं कह रहे हैं कि आप ऋतिक रोशन की तरह बॉडी बना लें मगर अपने शरीर को तो फिट रख ही सकते हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
वो हर लड़की प्रिया सिंह है जो स्टीरियोटाइप तोड़ती है
हमारे लिए हर वह लड़की प्रिया सिंह है जो रुढ़िवादी सोच को तोड़कर आगे निकल जाती है. चाहे वह अपने घर में हो या किसी क्षेत्र में. प्रिया सिंह बनने के लिए बॉडी बिल्डर बनना जरूरी नहीं है, बल्कि अपने लिए वह फैसला लेना है जो सही है, ना कि जमाने की पुरानी सोच के नीचे दबना है.
सोशल मीडिया | 7-मिनट में पढ़ें
मोटे से दुबले हुए इस शख्स का वीडियो कम से कम मन तो हल्का करता ही है!
मोटापे से ग्रसित कोई भी 152 किलो का व्यक्ति क्या 63 किलो का हो सकता है? सवाल भले ही अटपटा हो लेकिन ब्रिटेन के ब्रायन ने ऐसा कर दिखाया है. इंटरनेट पर ब्रायन का वीडियो वायरल है. वीडियो देखें तो भले ही उसे देखकर हमारा वजन न कम हो लेकिन मन हल्का जरूर होता है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
सिनेमा | 2-मिनट में पढ़ें
राजू खूब हंसा कर यूं गए किअब स्मृतियां और आंखों में आंसू ही शेष हैं
राजू की जिंदगी की फिल्म यूं बीच मे खत्म होगी. ये किसी ने सोचा मनहीं था. कहते हैं कलाकार कभी नही मरता. राजू की हजारों विडियोज कभी भी गुदगुदा देगी. बस खलिश ये रहेगी कि ये हंसता हंसाता शख्स, अब इस दुनिया मे रहा नहीं, ये उसकी यादें है, बस यादें. हंसते हंसते आंखो मे आंसू आ जाते हैं. राजू खूब हंसा कर यूं गये कि आंसू ही शेष हैं.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
अति हर चीज की बुरी होती है फिर चाहे वो जिम में वर्कआउट ही क्यों ना हो!
जिम में एक्सरसाइज करते राजू श्रीवास्तव के हार्ट अटैक को देखकर कहा जा सकता है कि, शरीर की मांग और सीमाएं उम्र के साथ बदलती हैं. हर उम्र के पड़ाव पर अलग तरह के व्यायाम कर खुद को सेहतमंद रखा जा सकता है. सेहतमंद बच्चा ,सेहतमंद युवा, सेहतमंद मिडिल एज या सेहतमंद बुजुर्ग के सेहतमंद बने रहने के क्राइटेरिया अलग अलग होते हैं.
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