संस्कृति | 3-मिनट में पढ़ें
![इगास-बग्वाल: उत्तराखंड का लोकपर्व जो दिवाली के 11 दिन बाद मनाया जाता है! इगास-बग्वाल: उत्तराखंड का लोकपर्व जो दिवाली के 11 दिन बाद मनाया जाता है!](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202210/311x175_103022023957.jpg?size=200:200)
इगास-बग्वाल: उत्तराखंड का लोकपर्व जो दिवाली के 11 दिन बाद मनाया जाता है!
उत्तराखंड के लोकपर्व इगास-बग्वाल को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय अवकाश की घोषणा की है. यह दूसरा मौक़ा होगा जब उत्तराखंड के इस लोकपर्व को लेकर सरकारी अवकाश घोषित किया गया है. यह लोकपर्व दीपावली से 11 दिन बाद मनाया जाता है. इसे बूढ़ी दीवाली भी कहा जाता है. आइए इसके पीछे की मान्यता को जानते हैं.
समाज | 2-मिनट में पढ़ें
![सिर्फ भाई दूज क्यों आखिर बहन दूज क्यों नहीं? सवाल तो होना ही चाहिए सिर्फ भाई दूज क्यों आखिर बहन दूज क्यों नहीं? सवाल तो होना ही चाहिए](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202210/bhai-dooj_311_102622090513.jpg?size=200:200)
सिर्फ भाई दूज क्यों आखिर बहन दूज क्यों नहीं? सवाल तो होना ही चाहिए
अब आज का पति डबल एयर बैग वाली स्कोडा लौरा में घूमता है. हेल्थ इंश्योरेंस रखता है. वॉर के नाम पर ऑफिस में बैक बिचिंग झेलता है और एक्सीडेंट के नाम पर बाथरूम में भी नहीं फिसलता है. अब व्रत इसलिए रखे जा रहे हैं कि सदियों से रखे जाते हैं. इसमें ग़लत क्या है? कुछ नहीं! बहन दूज मनाने में हर्ज़ क्या है फिर? कोई भी नहीं!
सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें
![Ram Setu vs Thank God: 'सिंघम' पर भारी पड़े 'खिलाड़ी कुमार', 12 साल बाद बदला लिया है! Ram Setu vs Thank God: 'सिंघम' पर भारी पड़े 'खिलाड़ी कुमार', 12 साल बाद बदला लिया है!](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202210/311x175-2_102622065309.jpg?size=200:200)
Ram Setu vs Thank God: 'सिंघम' पर भारी पड़े 'खिलाड़ी कुमार', 12 साल बाद बदला लिया है!
दिवाली के मौके पर बॉलीवुड के दो बड़े सुपर सितारों की फिल्में रिलीज हुई हैं. बॉक्स ऑफिस पर अक्षय कुमार की 'राम सेतु' और अजय देवगन की 'थैंक गॉड' एक-दूसरे के सामने हैं. ओपनिंग डे पर 'सिंघम' पर 'खिलाड़ी कुमार' भारी पड़े हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
संस्कृति | 4-मिनट में पढ़ें
![Diwali 2022 : जिंदगी की मोनोटॉनी तोड़ता प्यारा और खूबसूरत सा त्योहार! Diwali 2022 : जिंदगी की मोनोटॉनी तोड़ता प्यारा और खूबसूरत सा त्योहार!](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202210/diwali-311_102422123303.jpg?size=200:200)
Diwali 2022 : जिंदगी की मोनोटॉनी तोड़ता प्यारा और खूबसूरत सा त्योहार!
धनतेरस पर धनवंतरी को छोड़कर हर कोई कुबेर के पीछे भागता है और तनिष्क हो या पीपी ज्वेलर्स सभी महीने भर पहले से ही आप को धनतेरस की याद दिलाने लगते हैं. इस दिवाली कुछ मीठा हो जाए अपनों को दीजिए कैडबरी का तोहफा! क्यों जी हमारी सोन पापड़ी पर बने मीम और चॉकलेट के साथ बनाओ टीम ! ये अच्छी बात नहीं हैं!
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
![क्या दिवाली की सफाई सिर्फ महिलाओं की जिम्मेदारी है, उनका हर त्योहार काम करने में क्यों बीते? क्या दिवाली की सफाई सिर्फ महिलाओं की जिम्मेदारी है, उनका हर त्योहार काम करने में क्यों बीते?](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202210/311x175_101922025841.jpg?size=200:200)
क्या दिवाली की सफाई सिर्फ महिलाओं की जिम्मेदारी है, उनका हर त्योहार काम करने में क्यों बीते?
अक्सर देखा जाता है कि महिलाओं का त्योहार घर के काम करने और रसोई में खाना पकाने में बीत जाता है. घर के सारे लोग त्योहार एंजॉय करते हैं और औरतें सज-धज कर रसोई में काम करती रहती हैं. क्या उनके लिए त्योहार का मतलब सिर्फ काम है?
संस्कृति | 4-मिनट में पढ़ें
![पटाखे और दिए की बातचीत हुई, सवाल जितने मजेदार थे, जवाब उतने ही जबरदस्त पटाखे और दिए की बातचीत हुई, सवाल जितने मजेदार थे, जवाब उतने ही जबरदस्त](https://akm-img-a-in.tosshub.com/sites/ichowk/story/small/202210/firecrackers-311x175_101822075803.jpg?size=200:200)