
आयुष कुमार अग्रवाल
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लेखक पत्रकारिता के छात्र हैं
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

बजरंग दल के मुद्दे से भाजपा या कांग्रेस को नहीं जेडीएस को हुआ बड़ा सियासी नुकसान
कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव को मुख्य रूप से स्थानीय और राजकीय अराजकता के मुद्दे पर लड़ा. चाहे वो 40 फीसदी कमीशन का मुद्दा हो या कठपुतली मुख्यमंत्री का. कांग्रेस के स्थानीय छत्रप प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया द्वारा कैम्पेन की कमान मजबूती से सम्भाली गई.संस्कृति | 3-मिनट में पढ़ें

इगास-बग्वाल: उत्तराखंड का लोकपर्व जो दिवाली के 11 दिन बाद मनाया जाता है!
उत्तराखंड के लोकपर्व इगास-बग्वाल को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय अवकाश की घोषणा की है. यह दूसरा मौक़ा होगा जब उत्तराखंड के इस लोकपर्व को लेकर सरकारी अवकाश घोषित किया गया है. यह लोकपर्व दीपावली से 11 दिन बाद मनाया जाता है. इसे बूढ़ी दीवाली भी कहा जाता है. आइए इसके पीछे की मान्यता को जानते हैं.सियासत | 2-मिनट में पढ़ें

तो क्या कनेक्टिंग फ्लाइट के ज़रिए कैप्टन ने की है भाजपा में लैंडिंग?
जब पंजाब के मुख्यमंत्री पद पर कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने पिछले कार्यकाल में विराजमान हुए,तो चाहे उनके फैसले हों. या फिर उनके बयान। कई मौके ऐसे आए, जब महसूस हुआ कि कभी न कभी तो कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा का दामन थामेंगे कैप्टन अमरिंदर सिंह. आखिरकार वो वक़्त आ ही गया.समाज | 2-मिनट में पढ़ें

सरलीकरण और आधुनिकीकरण के कारण 'हिंग्लिश' के रूप में परिवर्तित होती हिंदी
कहा जाता है कि किसी भी भाषा (Language) का अस्तित्व उसकी शुद्ध वर्तनी और व्याकरण में निहित होता है. यह हिंदी से लेकर सभी भाषाओं पर लागू होता है. लेकिन, सरलीकरण और आधुनिकता के नाम पर 'हिंग्लिश' (Hinglish) की ओर बढ़ना हिंदी (Hindi) के साथ न्याय नजर नहीं आता है.समाज | 4-मिनट में पढ़ें

कभी आजादी का केंद्र मगर अब गुमनाम होने की कगार पर है गढ़वाल की सबसे पुरानी मंडी दुगड्डा!
किसी ज़माने में उत्तराखंड में कोटद्वार के पास स्थित दुगड्डा, अपने विशेष ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता था और किसी परिचय का मोहताज नहीं था. लेकिन जैसे आज के हाल हैं.दुगड्डा अपनी पहचान खो रहा है और यहां के लोग पलायन को मजबूर हैं.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें