
निधिकान्त पाण्डेय
लेखक आजतक डिजिटल में पत्रकार हैं.
सियासत | 16-मिनट में पढ़ें

पलटू चाचा की अध्यक्षता में JDU का तीर RJD की लालटेन के दम पर निशाना तलाशने की कोशिश में
ये पहली या दूसरी बार नहीं है कि नीतीश पलटे हैं और एक पार्टी या संगठन छोड़ दूसरी पार्टी का साथ लिया है. खैर, बिहार में लोकप्रियता के मामले में नीतीश कुमार के सामने फिलहाल कोई नेता नहीं है. किसी भी पार्टी के पास नहीं है. ये और बात है कि बार बार सियासी पलटी मारने पर खुद तेजस्वी यादव उन्हें ‘पलटू चाचा’ कहते रहे हैं.सियासत | 15-मिनट में पढ़ें

Nagasaki Day: 9 अगस्त याद रखिये, और परमाणु युद्ध की बात हल्के में मत करिये
9 अगस्त को नागासाकी डे (Nagasaki Day) के तौर पर मनाया जाता है. क्योंकि, इसी दिन अमेरिका (USA) ने जापान (Japan) के हिरोशिमा शहर के बाद नागासाकी में दूसरा परमाणु बम हमला किया था. परमाणु हथियारों के खतरे के बारे में जागरूकता पैदा करने और शांति को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर में नागासाकी दिवस मनाया जाता है.सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

नीतीश बस 'सत्ता कुमार' हैं, फिर चाहे भाजपा का साथ लेना पड़े या RJD का
बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने भाजपा (BJP) से गठबंधन तोड़ दिया है. और अब आरजेडी (RJD) और कांग्रेस (Congress) के समर्थन से सरकार बनाएंगे. देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार का ये फैसला जेडीयू (JDU) के लिए फायदेमंद साबित होता है या नुकसानदेह?सियासत | 9-मिनट में पढ़ें

पेलोसी के कारण चीन-ताइवान-अमेरिका के बीच रिश्ता हुआ वॉर ट्रायंगल वाला
पेलोसी अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के हिंद-प्रशांत क्षेत्र के दौरे के हिस्से के रूप में ताइवान पहुंची थीं. पिछले 25 सालों में ताइवान का दौरा करने वाली वो पहली अमेरिकी शीर्ष अधिकारी हैं. पेलोसी के दौरे से चीन और अमेरिका के संबंध अब तक के सबसे खराब दौर में पहुंच गए हैं.सियासत | 14-मिनट में पढ़ें

धारा 370 को तिलांजलि के तीन साल, वो 5 अगस्त जब जूलियस सीजर की तरह संसद आए थे अमित शाह
5 अगस्त 2019 को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने दो संकल्प प्रस्तुत किए. पहले अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म करने का संकल्प पेश किया. दूसरा संकल्प उन्होंने जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन विधेयक 2019 का पेश किया.सियासत | 15-मिनट में पढ़ें

आखिर कैसे दिल्ली में आबकारी नीति के झोल में फंस गए हैं पीने-पिलाने वाले?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शराब की बिक्री बढ़ाने और दिल्ली सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी के मकसद से शराब की नई नीति लागू की थी. ये नीति 17 नवंबर 2021 से लागू की गई थी. केजरीवाल सरकार ने शराब पीने की उम्र 25 से घटाकर 21 साल कर दी. इसके साथ ही दिल्ली में ड्राइ डे भी घट गए. अब पूरी नीति कठघरे में पहुंच गई है.सियासत | 12-मिनट में पढ़ें

अल-जवाहिरी को मारकर बाइडेन ने आतंकियों को बड़ा मैसेज पूरे जोरशोर से दिया है!
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को सबसे पहले अप्रैल में जवाहिरी के काबुल में छिपे होने की जानकारी मिली थी. अमेरिकी अधिकारियों को जवाहिरी को काबुल में नेटवर्क से मिलने वाली मदद के बारे में जानकारी थी. इतना ही नहीं अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के माध्यम से उसकी पत्नी, बेटी और परिवार की पहचान की गई.सियासत | 16-मिनट में पढ़ें

ED ‘दबंग’ हो गई इसलिए ‘CBI से नहीं साब, अब ED से डर लगता है!
ED अपराधियों को भी डराती है, भ्रष्टाचारी नेताओं को भी डराती है और विपक्षी नेता तो हैं ही लिस्ट में.. आप जो हमें इस समय iChowk के डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पढ़ रहे हैं, हो सकता है इस वक्त भी ED की मशीनें या टीम कहीं न कहीं नोटों की गड्डी गिन रही हो.सियासत | 21-मिनट में पढ़ें

चुनाव से पहले दलों का मुफ्त का 'रेवड़ी कल्चर' दीमक है, जो देश को चाट डालेगा!
चुनाव के दौरान फ्री की चीजें या सुविधाएं देने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है. वोट लुभावन वादे और मतदाताओं को, जनता को मुफ्त सर्विस या चीजें देना ‘रेवड़ी बांटना’ कहलाता है और इस ‘रेवड़ी कल्चर’ के मुद्दे को उच्चतम न्यायालय में उठाया है याचिकाकर्ता और वकील अश्विनी उपाध्याय ने.सियासत | 19-मिनट में पढ़ें

पश्चिम बंगाल में पार्थ चटर्जी-अर्पिता मुखर्जी ने जादू के खेल को भी मात दे दी है!
शिक्षक भर्ती घोटाले के तार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी परेशान कर रहे हैं. क्योंकि उनके नजदीकी और राज्य सरकार में उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. जो 2016 में हुए घोटाले के वक्त शिक्षा मंत्री थे. ईडी ने उनकी तथाकथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर भी रेड की.जहां भारी मात्रा में कैश मिला है.इकोनॉमी | 11-मिनट में पढ़ें

GST यानी 'सरकारी जेबकटी', जिससे आहत हैं हम सभी!
आम आदमी पर महंगाई की मार बढ़ गई है. 18 जुलाई से जरूरत की कई चीजें महंगी हो गईं, जिसकी वजह से आपकी जेब पर और बोझ बढ़ेगा. दही-लस्सी से लेकर अस्पतालों में इलाज के लिए अब लोगों को अधिक पैसे चुकाने पड़ेंगे. जरूरत की तमाम वस्तुओं पर सरकार ने GST की दरें बढ़ा दी हैं. कई वस्तुओं को पहली बार GST के दायरे में लाया गया है.सियासत | 16-मिनट में पढ़ें
