इकोनॉमी | 5-मिनट में पढ़ें
Union Budget 2024: बजट में रक्षा क्षेत्र के साथ हुआ न्याय
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश का साल 2024-25 का बजट पेश करते हुए रक्षा क्षेत्र के लिए 4.54 लाख करोड़ का प्रस्ताव किया. यह संयोग ही है कि कारगिल विजय दिवस (26 जुलाई) से चंदेक दिन पहले ही संसद में पेश आम बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए ठीक-ठाक राशि का ही प्रस्ताव किया गया.इकोनॉमी | 5-मिनट में पढ़ें
Online Gaming Industry: सब धान बाईस पसेरी समझकर 28% GST लगा दिया!
आईटी एक्ट 2021 में किये गए संशोधनों के तहत सरकार 'गेम ऑफ़ चांस' को गैंबलिंग मानती है. चरणबद्ध तरीके से 'गेम ऑफ़ चांस' को बढ़ावा देने वाले ऑनलाइन गेम्स की पहचान कर बंद कर देने के मकसद से जीएसटी परिषद ने ऑनलाइन गेमिंग पर 28% GST लगाने का फरमान जारी कर दिया.इकोनॉमी | 4-मिनट में पढ़ें
कॉफी से अच्छी तो चाय निकली, जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग दोनों से एडजस्ट कर लिया!
जलवायु परिवर्तन के कारण एक ही समय में कई देशों में कॉफी का वैश्विक उत्पादन खतरे में है. इसके पीछे की वजह जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वॉर्मिंग को बताया जा रहा है. कहा ये भी जा रहा है कि आने वाले वक़्त में कॉफी आम आदमी की पहुंच से दूर और काफी महंगी हो सकती है.इकोनॉमी | 6-मिनट में पढ़ें
राहुल का 51 मिनट का भाषण, 51 घंटे से पहले ही अडानी ने लगाई छलांग; 1 दिन में मस्क से दोगुना कमाया
गौतम अडानी टॉप 20 लिस्ट में आ चुके हैं. मध्यवर्ग पर टिके ताकतवर भारतीय बाजार ने जनादेश दे दिया है. आइए जानते हैं हिंडनबर्ग की वजह से कांग्रेस ने क्या गलती की जिसकी वजह से उसे चुनावों में भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है...इकोनॉमी | बड़ा आर्टिकल
रूल तो कांग्रेस राज में भी बदला गया था, अडानी नहीं माल्या की कहानी से समझिए समाज विरोधी नियत!
आज अडानी के मसले पर राहुल गांधी ने संसद में पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. बात दूसरी है कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं कहा जो इससे पहले वे कह ना चुके हों. मुख्य रूप से उन्होंने नियमों में फेरबदल करने और अडानी के अनुभव पर सवाल उठाया. लेकिन विजय माल्या जैसा ब्लंडर करने वाले राहुल के तमाम सवाल हवा हवाई नजर आ रहे थे.इकोनॉमी | 6-मिनट में पढ़ें
इकोनॉमी | 4-मिनट में पढ़ें
इकोनॉमी | 6-मिनट में पढ़ें
10 रु में डुबकी का पुण्य दिलाने वाला स्टार्टअप! ऐसे 10 बिजनेस दमदार तो हैं साथ ही रोचक भी
कोई भी बड़ा बिजनेस ऐसे छोटे छोटे आईडिया से ही बनता है. यूं भी आईडिया पर किसी का वश नहीं है. ये किसी को भी आ सकता है. कभी भी आ सकता है और दिलचस्प ये कि ऐसे ही छोटे छोटे आईडिया हैं जिन्होंने लोगों के दिमाग में जन्म लिया. लोग उसे अमल में लाए और फिर उनका पूरा जीवन ही बदल गया.इकोनॉमी | 3-मिनट में पढ़ें
राम के आंगन में लंकाई संस्कृति, भू माफियाओं की भूख में कैसे गायब हो रहे हैं रामनगरी के गांव!
अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद वहां कई गांवों को नगर निगम का हिस्सा बनाया गया है. इस वजह से जमीन से जुड़े कई भ्रष्टाचार के मामले नजर आ रहे हैं. भू माफिया जमीनों की खरीद फरोख्त में करोड़ों का मुनाफा कमा रहे हैं. कुछ चीजें नियमों को ताक पर रखकर की जाती हैं और इसका बहुत बुरा असर गांवों पर पड़ रहा है.इकोनॉमी | एक अलग नज़रिया | 6-मिनट में पढ़ें
7000 करोड़ में बिसलेरी से हाथ धोने वाली जयंती की जय तो होनी ही चाहिए
रमेश चौहान ने अपनी मिनरल वॉटर कंपनी बिसलरी को बेचने का एलान करते हुए कहा है कि वे ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि कंपनी को संभालने वाला कोई नहीं है. ऐसा सुनकर उनकी जयंती चौहान के बारे में दो राय बनती है कि या तो वे बिसलरी नहीं संभाल पा रही हैं, या अपने फैशन कारोबार के साथ इसे नहीं संभालना चाहती हैं. लेकिन, सच इन दोनों बातों से परे है...इकोनॉमी | 5-मिनट में पढ़ें
EV कार बाजार में टाटा क्या वो करिश्मा कर पाएंगे जो छोटी कारों के मामले में मारुति ने किया?
टाटा मोटर्स (Tata Motors) के टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी डिवीजन ने इसी साल Curvv EV और Avinya EV का कॉन्सेप्ट वर्जन भी लोगों के सामने रखा था. जो 2026 तक लॉन्च कर दी जाएंगी. वहीं, 2026 तक टाटा मोटर्स के इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicle) के बेड़े में 10 ईवी जुड़ेंगी.इकोनॉमी | 6-मिनट में पढ़ें
