सिनेमा | 2-मिनट में पढ़ें
इंडस्ट्री में रखकर चीजों को कैसे बैलेंस करना है? सीखना हो तो करीना से सीखिए!
बॉलीवुड में करीना किसी डीवा की तरह हैं और ये बात यूं ही नहीं है. भले ही उन्होंने फ़िल्में बहुत ज्यादा नहीं की हों लेकिन जिस तरह उन्होंने पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बैलेंस बनाया और जो किया डंके की चोट पर किया उससे इंडस्ट्री की अन्य एक्ट्रेस को प्रेरणा लेनी चाहिए.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
महिला ने नहीं 'बांझ' शब्द के बोझ ने रचा प्लास्टिक के बच्चे का स्वांग
यूपी के इटावा के एक गांव महिला (Woman) ने प्रेग्नेंट (Pregnant) होने और 6 महीनों बाद गर्भपात की बात कहकर परिजनों को प्लास्टिक के खिलौने (Plastic Doll) को रंगकर बनाया गया एक बच्चा (Child) दे दिया. इस एक लाइन के जरिये उस महिला को बीते 18 सालों से बांझपन (Infertility) के नाम पर मिल रहे तानों (Taunts) का दर्द समझिए.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
गर्भपात करवाने के लिए कोर्ट के आदेश की जरूरत कब तक?
गर्भपात करवाने के लिए जब लड़की अस्पताल जाती है तो नियमों का हवाला देकर उसका अबॉर्शन करने से मना कर दिया जाता है. मजबूरन वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाती है. तब तक उसके पेट में पल रहा बच्चा बढ़ता जाता है. एक-एक दिन उसके लिए भारी रहता है मगर इसके सिवा उसके पास कोई चारा नहीं रहता है.
सोशल मीडिया | 6-मिनट में पढ़ें
Bipasha Basu pregnancy photoshoot मातृत्व का उत्सव है, इस बदलाव को चीयर्स
मां बनना सुखद ही नहीं बल्कि स्त्री पुरुष के रिश्ते को एक अलग ताकत देता है, जिसका उत्सव तो बनता है. जब होने वाले पिता के रूप में करन ग्रोवर और मां बनने जा रही बिपाशा बसु (Bipasha Basu) दोनों ही इससे ख़ुशी पा रहे तो हम और आप दाल-भात में मूसलचंद क्यों बने हैं?
सोशल मीडिया | 3-मिनट में पढ़ें
Bipasha Basu को मिल रही इन 'अटपटी बधाईयों' पर आप क्या कहेंगे?
आमतौर पर बॉलीवुड एक्टर्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी प्रेग्नेंसी (Pregnancy) से जुड़ी जानकारी सबसे पहले शेयर करते हैं. बॉलीवुड एक्ट्रेस बिपाशा बसु (Bipasha Basu) ने भी ऐसा ही किया. लेकिन, बेबी बंप (Baby Bump) को फ्लॉन्ट करते हुए बिपाशा बसु के इस मैटरनिटी फोटोशूट पर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी अटपटी राय जाहिर कर दी.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
मां बनने की खातिर महिला ने चुकाई भारी कीमत, सच में माता के समान कोई रक्षक नहीं
नास्ति मातृसमा छाया, नास्ति मातृसमा गति:, नास्ति मातृसमं त्राणं. नास्ति मातृसमा प्रिया. इसका मतलब है 'माता के समान कोई छाया नहीं है, माता के समान कोई सहारा नहीं है. माता के समान कोई रक्षक नहीं, माता के समान कोई प्रिय वस्तु नहीं है...' एक फैसला सुनाते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यह टिप्पणी की और मां के साथ न्याय किया.
समाज | एक अलग नज़रिया | 6-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें




