सियासत | 2-मिनट में पढ़ें
ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें

आखिरकार भगवंत मान गए, शराब बड़ी खराब है...
होली पर एक मित्र दार्शनिक हो गए. कहने लगे होली का त्योहार राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना भी व्यक्त करता है. राष्ट्रवादियों और समाजवादियों के क्रमशः राष्ट्रवाद और समाजवाद को राष्ट्रहित के सूत्र में बांधता है. गरीब से लेकर मध्यम वर्ग और अमीर सभी बराबर मात्रा में शराब का ख़ूब टेक्स देकर सरकारों को भारी-भरकम राजस्व देते हैं.
सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें

होली पर Boycott तो होना ही था, खाने को छोड़कर हर मुद्दे पर बात कर रहा है Swiggy!
Swiggy जब आया तो महसूस हुआ कि अब घर बैठे ही लोगों को क्वालिटी फ़ूड मुनासिब कीमतों पर मिलेगा। शुरू- शुरू में ऐसा हुआ लेकिन अब वैसे हालात नहीं हैं. अब Swiggy ने खाने से ध्यान हटा लिया है और हर मुद्दे पर बात कर रहा है फिर चाहे वो दिवाली और होली ही क्यों न हो.
संस्कृति | 6-मिनट में पढ़ें
समाज | 5-मिनट में पढ़ें

आखिर क्यों मर्दों के कारण लड़कियां होली पर सड़कों पर नहीं निकल पातीं
होली चाहे गांव-देहात की हो या मेट्रो सिटी के क्लब की. महिलाओं से अभद्रता करते शराब भांग के नशे में लड़कियों, महिलाओं को यहां वहां छूते लोग मिल ही जाएंगे. महिलाओं से कहा जायेग कि बद्तमीजी करने वाला पुरुष होश में नहीं है तो उसे बुरा नहीं मानना चाहिए.
संस्कृति | 3-मिनट में पढ़ें

इगास-बग्वाल: उत्तराखंड का लोकपर्व जो दिवाली के 11 दिन बाद मनाया जाता है!
उत्तराखंड के लोकपर्व इगास-बग्वाल को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय अवकाश की घोषणा की है. यह दूसरा मौक़ा होगा जब उत्तराखंड के इस लोकपर्व को लेकर सरकारी अवकाश घोषित किया गया है. यह लोकपर्व दीपावली से 11 दिन बाद मनाया जाता है. इसे बूढ़ी दीवाली भी कहा जाता है. आइए इसके पीछे की मान्यता को जानते हैं.
समाज | 2-मिनट में पढ़ें

सिर्फ भाई दूज क्यों आखिर बहन दूज क्यों नहीं? सवाल तो होना ही चाहिए
अब आज का पति डबल एयर बैग वाली स्कोडा लौरा में घूमता है. हेल्थ इंश्योरेंस रखता है. वॉर के नाम पर ऑफिस में बैक बिचिंग झेलता है और एक्सीडेंट के नाम पर बाथरूम में भी नहीं फिसलता है. अब व्रत इसलिए रखे जा रहे हैं कि सदियों से रखे जाते हैं. इसमें ग़लत क्या है? कुछ नहीं! बहन दूज मनाने में हर्ज़ क्या है फिर? कोई भी नहीं!
संस्कृति | 4-मिनट में पढ़ें

Diwali 2022 : जिंदगी की मोनोटॉनी तोड़ता प्यारा और खूबसूरत सा त्योहार!
धनतेरस पर धनवंतरी को छोड़कर हर कोई कुबेर के पीछे भागता है और तनिष्क हो या पीपी ज्वेलर्स सभी महीने भर पहले से ही आप को धनतेरस की याद दिलाने लगते हैं. इस दिवाली कुछ मीठा हो जाए अपनों को दीजिए कैडबरी का तोहफा! क्यों जी हमारी सोन पापड़ी पर बने मीम और चॉकलेट के साथ बनाओ टीम ! ये अच्छी बात नहीं हैं!
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