सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

अखिलेश यादव के PDA में क्षत्रियों का क्या काम है?
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव चाहते हैं कि दलित-पिछड़े और अल्पसंख्यकों की एकजुटता का माहौल बने. इसलिए ही उन्होंने यूपी कि सियासत मे पीडीए का जाल बिछाने की जबानी रणनीति तय की है. पीडीए का फुलफॉर्म है- दलित,पिछड़ा और अल्पसंख्यक. सपा अपने अतीत की पारम्परिक जमीनी धरातल को दोहराना चाहती है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

बिहार की राजनीति में क्यों अहम हुईं अगड़ी जातियां?
90 के दशक में जब मंडल-कमंडल की राजनीति ने अपने पांव फैलाए, तो देश के तमाम दूसरे राज्यों की तरह बिहार की सियासत का नक़्शा भी बदल गया. लेकिन हाल के दिनों में, बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. अचानक वहां अगड़ी जातियों की अहमियत बढ़ गई है.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दलित हैं, ये कहना अपराध है क्या?
खड़गे तो स्वयं दलित है और उन्हें गुमान भी है कि वो देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. लेकिन यदि कोई कहे कि कांग्रेस ने उन्हें अध्यक्ष इसलिए बनाया है क्योंकि वो एक दलित है, तो ऐसा 'कहा' उन्हें निश्चित ही आहत करेगा चूंकि वे काबिल अध्यक्ष हैं.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
सियासत | बड़ा आर्टिकल

बाबा साहेब के व्यक्तित्व में दिखता है बचपन में मिले धार्मिक संस्कारों का प्रभाव
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का बचपन अत्यंत संस्कारी एवं धार्मिक वातावरण में बीता. उनके परिवार के तीन सदस्यों ने संन्यास आश्रम को चुना.पिताजी ने कालान्तर में कबीरपंथ की दीक्षा ली. उनके घर में रामायण, पाण्डव प्रताप, ज्ञानेश्वरी एवं संत साहित्य का नित्य पाठ होता था.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें

आखिर कब तक दलितों और अल्पसंख्यकों की मॉब लिंचिंग होती रहेगी?
सुप्रीम कोर्ट ने दलितों और अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों के खिलाफ मॉब लिंचिंग और भीड़ द्वारा हिंसा की घटनाओं को भीड़तंत्र के भयावह कृत्यों के रूप में निरूपित किया था. इसके साथ संसद से आग्रह किया था कि लिंचिंग को दंड के साथ एक अलग अपराध बनाने वाले कानून का मसौदा तैयार किया जाए, लेकिन अभी तक इस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है.
समाज | 7-मिनट में पढ़ें
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
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