समाज | 7-मिनट में पढ़ें
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समाज | बड़ा आर्टिकल
समाज | 3-मिनट में पढ़ें

देश की इतनी 'गौरवशाली' यूनिवर्सिटी JNU में ब्राह्मणों के खिलाफ इतना जहर!
वामपंथी विचारधारा का गढ़ कहे जाने वाले जेएनयू (JNU) में सिर्फ सवर्णों से ही घृणा (Anti Brahmin Slogans) नहीं, स्त्रियों को पुरुषों से नफरत करना, मूल निवासियों के नाम पर लोगों के बीच भेदभाव करना, हिंदू धर्म को हिकारत की नजर से देखना, अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर हिंदू देवी-देवताओं के अपमान के तरीके, संवैधानिक अधिकारों के नाम पर देश विरोधी बातों को तर्कसम्मत घोषित करना सिखाया जाता है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें

अमित-रेणु की कहानी: अंतरजातीय शादी छोड़िए, दुल्हन का अस्तित्व ही खतरे में!
अमित भी कोई ऐसा वैसा लड़का नहीं है. वह पढ़ा-लिखा होनहार इंजीनियर है. अमित के पास सबकुछ है. वह रेणु के साथ घर बसाना चाहता था. रेणु भी उसके साथ अपनी बाकी की जिंदगी बिताना चाहती थी. वह घर से भागना नहीं चाहती थी मगर उसके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था.
संस्कृति | 6-मिनट में पढ़ें

शंकराचार्य परंपरा के प्रोटोकॉल में नीता अंबानी और रामशंकर कठेरिया में भेद नहीं है
हिंदू धर्म (Hindu Religion) और उसकी परंपराओं (Tradition) को लेकर मिथ्या प्रचार अपने चरम पर है. सोशल मीडिया पर कुछ स्वघोषित दलित चिंतकों द्वारा शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती (Shankaracharya) के खिलाफ इसी मिथ्या प्रचार को हथियार बनाया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि शंकराचार्य ने दलित भाजपा सांसद (Dalit BJP MP) को पैर छूने से मना कर दिया.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

एक बयान, और अचानक जेएनयू वीसी वामपंथियों की लाड़ली हो गईं
जेएनयू की कुलपति शांतिश्री धुलीपुड़ी पंडित (JNU VC Santishree Dhulipudi) ने एक कार्यक्रम में हिंदू धर्म के भगवानों की जाति, मनुस्मृति में महिलाओं के दर्जे और हिंदू धर्म की आलोचना करते हुए खुलकर अपनी राय रखी. और, वामपंथियों ने शांतिश्री के इस बयान को प्रचारित करना शुरू कर दिया.
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