समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
स्विगी बैग वाली महिला ने साबित किया, जब बात बच्चों की हो तो मां से शक्तिशाली कोई नहीं
स्विगी बैग के साथ बुर्के में दिखने वाली इस महिला का नाम रिजवाना है. जो बेहद गरीब परिवार से है. उसकी शादी 23 साल पहले हुई थी. पति के जाने के बाद रिजवाना ने हार नहीं मानी और अपने बच्चों के लिए जीने की ठानी. उसने सोचा कि कितनी भी मुश्किल क्यों ना आए वह अपने बच्चों का सहारा बनेगी. अब वह अकेले ही अपने बच्चों को पाल रही है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
सोशल मीडिया | 3-मिनट में पढ़ें
IAS साहब, सरकार को जनता की सेवा के लिए 'जोमैटो सर्विस' भी चलानी पड़ती है
आमतौर पर IAS अधिकारी ऐसी बातें कहते नजर आ ही जाते हैं. क्योंकि, आम जनता के सवाल उनकी हनक को कमजोर करने वाले होते हैं. और, गुस्सा भड़क ही जाता है. अंबेडकरनगर के डीएम (DM) सैमुअल पॉल के जोमैटो सर्विस वाले कमेंट से पहले बिहार की एक आईएएस अधिकारी हरजोत कौर भामरा भी एक छात्रा के सवाल पर भड़क गई थीं.
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें
सऊदी से इतर उड़ते हुए खाना जो इंडिया में डिलीवर होता, डिलीवरी बॉय की 'पतंग' बन जानी थी!
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक डिलीवरी एजेंट को खाना पहुंचाने के लिए जेटपैक पर उड़ते हुए दिखाया गया है. वीडियो सऊदी अरब का है और इसे हम तक 4 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है. सवाल ये है कि क्या इंडिया में ऐसा हो सकता है? आइये जानते हैं.
सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें
बॉलीवुड बायकॉट गैंग के निशाने पर रितिक रोशन, माफी से कम कुछ भी स्वीकार नहीं है!
बॉलीवुड बायकॉट मुहिम चलाने वाला गैंग अब अभिनेता रितिक रोशन के पीछे पड़ गया है. सोशल मीडिया पर #रितिक_रोशन_माफी_मांग और #Boycott_Zomato तेजी से ट्रेंड कर रहा है. दरअसल, ये विवाद जोमैटो के ही एक विज्ञापन की वजह से हो रहा है, जिसको लेकर सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक विरोध किया जा रहा है.
सोशल मीडिया | एक अलग नज़रिया | 6-मिनट में पढ़ें
Zomato 10 minutes 'गारंटी' पर खुश होइए लेकिन डिलीवरी बॉय की जान का क्या?
Zomato की 10 मिनट में फूड डिलीवरी सर्विस, लेकिन जरा उस डिलीवरी बॉय के बारे में सोचिए जो अपनी जान जोखिम में डालकर आपके घर तक पहुंचता है, क्या उसकी जान की कोई कीमत नहीं?वे तो पहले से ही बारिश, आंधी, तूफान, तपती धूप और कड़ाके की सर्दी में आप तक खाना पहुंचाते हैं लेकिन अब..?
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सोशल मीडिया | 7-मिनट में पढ़ें
Zomato वाला मामला तो ममता बनर्जी पर 'हमले' जैसा हो गया!
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं. इसी तरह हर घटना को भी पुलिस दो हिस्सों में बांटकर ही जांच करती है. एक होता है पीड़ित पक्ष और दूसरा आरोपी पक्ष. पहले पीड़ित पक्ष का बयान जान लेते हैं. वीडियो से ही जाहिर है कि सारा मामला फूड डिलीवरी को लेकर ही शुरू हुआ था.
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