समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
बच्चों की परवरिश में खप जाने वाले 'सिंगल पेरेंट्स' के अपने सपनों का क्या?
बच्चों को पालने वाले चाहें एकल पुरुष हो या महिला, उनकी पहली प्राथमिकता बच्चा ही होता है. वे कुछ भी करने से पहले अपने बच्चे के बारे में सोचते हैं. उनकी दिनचर्या भी बच्चे के हिसाब से फिक्स हो जाती है. एक तरह से उनकी जिंदगी सिर्फ बच्चे के इर्द-गिर्द ही घूमती है. उनका अपना कुछ नहीं रह जाता है.
समाज | 2-मिनट में पढ़ें
सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें
बोरिंग टॉपिक होने के बावजूद भरपूर एंटरटेनमेंट देती है आशुतोष-सान्या की 'पगलैट'
OTT प्लेटफॉर्म Netflix पर आशुतोष राणा और सान्या मल्होत्रा स्टारर 'पगलैट' रिलीज हो गयी. पगलैट में मुद्दे से भटके बिना बड़ी ही शालीनता और ख़ामोशी से 'विधवाओं' के अधिकार की बात की गयी है. फिल्म का टॉपिक भले ही बोरिंग हो लेकिन ये एक जरूरी फिल्म है इसलिए मनोरंजन के नजरिये से फिल्म बोर नहीं करेगी.
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
जिंदा रहते हुए भी दूसरी महिला को दे दिया जाता है ‘मां’ होने का अधिकार!
चारों तरफ रोशनी जगमगा रही है. बैकग्राउंड में संगीत की धुनें सुनाई दे रही हैं. आस-पास लोगों की चहलकदमी हो रही है. दोनों तरफ खाने के स्टॉल लगे हैं. इन सबसे दूर एक कोने में खड़ी कमला आंटी चुपचाप सामने स्टेज की तरफ देख रही हैं. जहां उनकी बेटी राधिका जयमाल होने के बाद अपने दूल्हे के बगल वाली कुर्सी पर बैठी है.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
सन्यास से गृहस्थी में लौटे महिला-पुरुष कुछ लोगों को खल रहे हैं, तो कई के लिए सुकून भी
आगरा की संन्यास ले चुकी 50 वर्षीय महिला का अपने से 10 साल छोटे शख्स से शादी करना फिर साबित करता है कि प्यार उम्र का मोहताज नहीं होता. ये बस होता है, और किसी से भी हो जाता है. इस शादी का सबसे खूबसूरत पहलू है दोनों का निष्काम भावना से किया गया प्यार.
समाज | 7-मिनट में पढ़ें





