संस्कृति | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | 7-मिनट में पढ़ें
National Tourism Day: भारतबोध कराता है भारतीय पर्यटन
पर्यटन देश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाता है. इससे सरकार को राजस्व तथा विदेशी मुद्रा प्राप्त होती है. इसके कारण विकास कार्यों को भी बढ़ावा मिलता है. भारत एक विशाल देश है. यहां के विभिन्न राज्यों की भिन्न-भिन्न संस्कृतियां हैं. सबकी अपनी परम्पराएं हैं. इसके साथ ही यहां प्राकृतिक सौंदर्य से ओतप्रोत पर्यटन स्थल हैं. यहां पर ऐतिहासिक स्थल हैं. यहां पर असंख्य धार्मिक स्थल भी हैं.
समाज | 7-मिनट में पढ़ें
धरोहरों और 'हजारों बागों' के शहर हजारीबाग से विलुप्त होते पर्यटक
एक दर्जन से भी अधिक धरोहरों, धार्मिक स्थलों, झीलों, नदियों, बांधों, पहाड़ों, हिलों, कुण्डों को अपने आप में समेटे हजारीबाग शहर का अलग हीं सौंदर्य है. इतने प्राचीनतम इतिहास से लबरेज यह शहर पर्यटन के मानचित्र पर एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सका है.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें
काशी की टेंट सिटी का मकसद भोले के भक्तों की सेवा नहीं, अमीरों का विलास है!
बनारस में टेंट सिटी का निर्माण व्यापक स्तर पर किया गया है. बनारस में ऐसे कई होटल हैं जो लोकल बनारस के लोगों के द्वारा संचालित हैं जिसका उपयोग विदेशी मेहमान और हमारे देश के कई लोग घूमने के दौरान रुकने के लिए करते हैं पर अब ये काम भी पूंजी पति वर्ग करेगा.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
सम्मेद शिखर जी विवाद: समाधान कहीं बड़े खतरे की आहट तो नहीं है?
अप्रत्याशित और अनचाही टकराव की स्थिति निर्मित कर दी गई हैं. वजहें क्या है ? क़यास ही हैं. परंतु तय है फर्जी आवाजों के पीछे विशुद्ध राजनीति है ! क्या शांतिप्रिय, धर्मभीरु और फसादों से दूर रहनेवाले जैन अब भयमुक्त होकर तीर्थयात्रा कर भी पाएंगे?
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
आस्था को अर्थव्यवस्था से जोड़ने का अथक प्रयास कर रहे हैं मोदी!
पीएम मोदी ने भारतीय संस्कृति और आस्था के वैश्विक प्रसार के लिए भी कई प्रयास किये हैं. बहरीन की राजधानी मनामा में श्रीकृष्ण श्रीनाथजी मंदिर और अबू धाबी में पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला रखना, ऐसे ही कुछ उदाहरण हैं. उनके इन प्रयासों से हमारी आस्थाए परंपरा और सामाजिक मूल्यों जैसे अन्तर्निहित प्रतिमानों का संरक्षण और संवर्धन हो रहा है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
पुर्तगाल में भारतीय गर्भवती की मौत, स्वास्थ्य मंत्री ने इस्तीफा देकर सबक दिया है
पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में भारतीय मूल की 34 साल की गर्भवती महिला की मौत हो गई, क्योंकि वहां के सबसे बड़े अस्पताल सांता मारिया ने उसे जगह नहीं दी. उसे दिल का दौरा पड़ा और वह दूसरे अस्पताल पहुंचने से पहले ही दुनिया छोड़ गई...
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें






