सिनेमा | 6-मिनट में पढ़ें

Hum Do Hamare Baarah: जनसंख्या विस्फोट पर बनी फिल्म पर इतना बवाल क्यों मचा है?
अन्नू कपूर की आने वाली फिल्म 'हम दो हमारे बारह' पर बवाल हो रहा है. इस फिल्म का पहला पोस्टर फिल्म मेकर कमल चंद्रा ने जैसे ही सोशल मीडिया पर शेयर किया, कुछ लोगों ने इसे इस्लामोफोबिया से ग्रसित बता दिया. उनका कहना है कि जानबूझकर इस फिल्म के जरिए मुस्लिम समुदाय को टारगेट किया जा रहा है. आइए पूरा माजरा समझते हैं.
सियासत | 2-मिनट में पढ़ें

Yogi Vs Naqvi: बढ़ती जनसंख्या पर किसकी बात सटीक है?
विश्व जनसंख्या दिवस (Population Control) पर भाजपा के दो बड़े नेताओं के अलग-अलग बयान सामने आए. योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने एक वर्ग की बढ़ती आबादी के दुष्प्रभाव गिनाए. तो, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने जनसंख्या को धर्म से जोड़ने को जायज नही बताया. लेकिन, अहम सवाल ये है कि बढ़ती जनसंख्या पर किसकी बात सटीक है?
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें

केरल में ज्यादा बच्चे पैदा करने वाले ईसाई परिवारों को 'मदद' का मतलब क्या है?
केरल में कैथोलिक गिरजाघर ने पांच या अधिक बच्चों वाले ईसाई परिवार को आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. जहां एक तरफ उत्तरप्रदेश में बढ़ती जनसंख्या रोकने के उपायों पर विवाद जारी है. वहीं केरल के कोट्टायम जिले के पाला में चर्च कहा है कि अधिक बच्चों वाले परिवारों की आर्थिक मदद की जाएगी.
समाज | एक अलग नज़रिया | बड़ा आर्टिकल
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

जनसंख्या नियंत्रण कानून के बाद अब निकला समान नागरिक संहिता का जिन्न! आगे क्या होगा...
दिल्ली हाईकोर्ट ने 1985 के शाहबानो मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का जिक्र करते हुए कहा कि 30 से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी इस विषय को गंभीरता से नहीं लिया गया है. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने शाहबानो प्रकरण में मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक के बाद गुजारा भत्ता का हकदार माना था. हालांकि, राजीव गांधी की सरकार ने संसद में कानून बनाकर सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को पलट दिया था.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

जनसंख्या नियंत्रण कानून पर नीतीश कुमार की असहमति की 3 बड़ी वजह
जेडीयू ने राम मंदिर, धारा 370, ट्रिपल तलाक, सीएए, एनआरसी जैसे मुद्दों का विरोध किया. लेकिन, इस बार अपने साथ मुस्लिम समुदाय को लाने में सफल नहीं हो सकी. 2015 के बाद से जेडीयू की 'सेकुलर' छवि को भारी नुकसान हआ है. दरअसल, इन सभी मुद्दों पर जेडीयू ने सदन से वॉकआउट कर बैक डोर से ही सही, लेकिन भाजपा को समर्थन किया था. जेडीयू की ये रणनीति उसके खिलाफ जाती दिखी.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

जनसंख्या नियंत्रण कानून का उद्देश्य पवित्र है, धर्म-सियासत का एंगल बवाल है!
असम सरकार ने चुनाव जीतने के तत्काल बाद जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सरकारी आदेश जारी कर दिया. यूपी की योगी आदित्यनाथ भी इसी की तैयारी में है. जबकि, केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कह चुकी है कि वह फैमिली प्लानिंग को लेकर कोई जबर्दस्ती नहीं करना चाहती. आबादी की समस्या का मामला सिर्फ धर्म और सियासत में ही अटका हुआ रहा है.
इकोनॉमी | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
