सोशल मीडिया | 6-मिनट में पढ़ें

अरुण लाल हों या मंदिरा बेदी, खुशी की बातों में मुंह क्या बनाना
सोशल मीडिया कब किसी की ख़ुशी पर आपत्ति करे ये तो हम 66 साल की उम्र में बुलबुल साहा से शादी करने वाले पूर्व क्रिकेटर अरुण लाल और पूल में दोस्त संग एन्जॉय करती मंदिर बेदी के मामलों को देखकर समझ सकते हैं. सवाल ये है कि अगर किसी चीज से लोगों को ख़ुशी मिल रही है तो फिर हमें और आपको दिक्कत क्या है?
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें

Mandira Bedi की आपबीती: साड़ी में बर्दाश्त न हुई, बाल कटवाए तो ऑफर हुए घटिया रोल
टीवी में अपने मुस्कुराते हुए चेहरे के पीछे मंदिरा ने कैसे अपने जख्मों को छुपाए होंगे? जिसकी हमें भनक तक नहीं लगी. यह उस समय की बात है जब एक भारतीय महिला ने स्टाइलिश साड़ी और बड़ी बिंदी के साथ खेल में ग्लैमर का जबरदस्त तड़का लगाया था.
सिनेमा | बड़ा आर्टिकल
सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें

Year Ender 2021: दिलीप कुमार से सिद्धार्थ शुक्ला तक, इस साल दुनिया को अलविदा कह गए ये सितारे
मौत सच है, लेकिन असमय मौत सगे-संबंधियों और चाहने वालों के लिए पीड़ादायक होती है. इस साल दुनिया को अलविदा कह गए फिल्मी सितारों जैसे दिलीप कुमार, राज कौशल, सुरेखा सीकरी और सिद्धार्थ शुक्ला की मौत ने भी उनके फैंस को हैरान कर दिया था.
समाज | एक अलग नज़रिया | 6-मिनट में पढ़ें

प्रेमी या पति की मौत के बाद लोग उस लड़की से क्या उम्मीद करते हैं?
असल में जिस तरह लोग शहनाज गिल को लेकर कॉमेंट कर रहे हैं उसे देखकर गुस्सा आना लाजिमी है. जब शहनाज गिल को लेकर खबरें चल रही थीं तो कई लोगों ने कहा यह सब दिखावा है. सोशल मीडिया के कई यूजर ने शहनाज गिल की बदहवाशी को एक्टिंग बताया. उनका कहना था कि ये सब सिर्फ दो महीने की बातें हैं. दो महीने बाद देखना कैसे ये सब बदलता है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
