सियासत | बड़ा आर्टिकल

ममता न मानें तो भी, मुर्मू के सम्मान में यशवंत सिन्हा बैठ जाएं तो काफी अच्छा है
द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) के खिलाफ लड़ाई का जो लॉजिक यशवंत सिन्हा (Yashawat Sinha) ने दिया है, बिलकुल वाजिब है - फिर भी अगर अपनी उम्मीदवारी वापस लेकर वो चाहें तो विपक्ष को एकजुट करने में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के लिए ज्यादा मददगार हो सकते हैं.सियासत | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें

द्रौपदी मुर्मू पर राजनीति अपनी जगह है, उन्हें अपशब्द कहना अपनी जड़ों को गरियाना है
द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) बेशक राष्ट्रपति चुनाव (president election 2022) लड़ने के बाद ही भारत के सर्वोच्च पद पर पहुंचेंगी. और इसकी संभावना बेहद प्रबल है लेकिन, जो लोग इस चुनावी राजनीति में अपनी हदें पार कर रहे हैं, उन्हें खुद पर थोड़ा लगाम लगाना चाहिए.सियासत | बड़ा आर्टिकल

महाराष्ट्र की सियासी तस्वीर भी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे जैसी साफ नजर आ रही है!
महाराष्ट्र की राजनीति (Maharashtra Politics) का हाल भी राष्ट्रपति चुनाव जैसा लग रहा है. सारे समीकरण द्रौपदी मुर्मू यानी बीजेपी (BJP) के पक्ष में दिखायी पड़ रहे हैं - और उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की स्थिति यशवंत सिन्हा जैसी हो गयी है.सियासत | एक अलग नज़रिया | 7-मिनट में पढ़ें
