समाज | 8-मिनट में पढ़ें

इस्मत चुगताई ने बुर्के को अक्ल पर न पड़ने दिया, उस हौसले को सलाम!
इस्मत चुगताई (Ismat Chungtai) का शुमार उन लेखकों में है जिनके लिखे पर हमेशा ही विवाद हुआ. अपनी कहानियों में हमेशा ही महिलाओं के हक़ की आवाज़ उठाने वाली इस्मत ने हमें बताया कि एक मजबूत औरत (Empowered Women) क्या होती है. उनको पढ़कर हमने जाना कि वास्तविक महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) होता क्या है.समाज | 6-मिनट में पढ़ें

Majaz Birthday: वो शायर जिसने औरतों को मजबूत होने की हिदायत थी और चला गया
मजाज़ उर्दू (Urdu) अदब के उन चुनिंदा शायरों (Shayar) में से एक है जिनकी नज़्मों में इश्क़ मुहब्बत तो था ही साथ ही उनमें बगावती तेवर भी थे. मजाज़ ऐसे शायर भी है जिन्होंने अपनी नज़्मों से बताया कि असली महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) है क्या?समाज | 3-मिनट में पढ़ें

ट्विटर ट्रेंड के डर से टाटा का तनिष्क एड वापस लेना क्या दिखाता है?
कुछ वक़्त पहले zomato ने मुस्लिम बॉय से delivery ना लेने के पक्ष में कहा था 'खाने का कोई धर्म नहीं होता'. टाटा को ज़ोमटो से सीख लेते हुए सोचना चाहिये था कि विज्ञापन वापस लेने से भारत की उस सर्व धर्म समभाव छवि का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कितना नुक़सान होगा, जिसकी वाहवाही lockdown से पहले अहमदाबाद में ट्रंप (Donald Trump) ने की और पूरा देश झूम गया था.समाज | 6-मिनट में पढ़ें

Nida Fazli आधुनिक कबीर हैं, बच्चों के प्यार को खुदा की बंदगी से बड़ा मानने वाले शायर
Nida Fazli Birthday : निदा फ़ाज़ली (Nida Fazli) शुमार हिंदुस्तान (Hindustan) के उन चुनिंदा शायरों में है जिन्होंने भाषा (Language) के साथ प्रयोग किये. ये प्रयोग कुछ ऐसे थे कि उन्हें आज के समय का कबीर (Kabir) कहना कहीं से भी गलत नहीं है.सिनेमा | 2-मिनट में पढ़ें
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | 8-मिनट में पढ़ें

Rahi Masoom Raza Birthday: 'समय' को स्टोरीटेलर बनाकर नये ज़माने के व्यास बन गए राही!
Rahi Masoom Raza Birthday: एक ऐसे समय में जब हम हिंदू मुस्लिम (Hindu-Muslim) से लेकर भाषाओं पर अधिकार तक कई विषयों को लेकर लड़ रहे हों हमारे लिए राही मासूम रज़ा (Rahi Masoom Raza) जैसे लोगों को याद करना इस लिए भी जरूरी हो जाता है क्योंकि इनकी रचनाएं जितनी देश के हिंदुओं के लिए थीं उतना ही हक़ उसपर मुसलमानों का भी था.समाज | 6-मिनट में पढ़ें
