समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें

बेटी तुम्हें हमारी तरफ से आजादी है मगर इन बातों का ध्यान रखना
कई माता-पिता अपनी बेटियों को भी उतना ही प्यार दुलार देते हैं जितना बेटों को. वे बेटियों की शिक्षा में कोई कमी नहीं करते हैं. वे चाहते हैं कि उनकी बेटी पढ़लिख कर कुछ बने और अपने पैरों पर खड़ी हो. वे अपनी बेटी को आजादी तो देते हैं मगर कंडीशन अप्लाई के साथ और यहीं पर वे गलती करते हैं.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
सिनेमा | 2-मिनट में पढ़ें

जेंडर इक्वलिटी के मद्देनजर केसरिया या भगवे को स्वीकारने में क्या दिक्कत है?
दीपिका का भगवा लुक नागवार गुजर रहा है. भई ! कलर है. ब्राइट येलो कह लो या पीला कह लो और कूल रहो ना! और यदि केसरिया या भगवा ही समझ आया तो रूल ऑफ़ जेंडर इक्वलिटी अप्लाई कर लो ना. बेवजह ड्रेस कोड को ना उलझाओ क्योंकि बात निकलेगी तो दूर तलक जायेगी.
स्पोर्ट्स | 5-मिनट में पढ़ें

सलीम पर वसीम के आरोप और कुछ नहीं बस 'सुल्तान' के प्रमोशन की मज़बूरी है, अब लोग पढ़ेंगे ही!
पाकिस्तान के पूर्व लेफ्ट आर्म फास्ट बॉलर वसीम अकरम अपनी बायोग्राफी सुल्तान के कारण सुर्ख़ियों में हैं. अकरम ने अपने दौर के लोकप्रिय बल्लेबाज सलीम मलिक पर तमाम गंभीर आरोप लगाए हैं. सवाल ये है कि इतना बवाल किसलिए? सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बल्कि विश्व के हर देश में खिलाडी अपने जूनियर्स पर रौब जमाते हैं.
समाज | 3-मिनट में पढ़ें

फैशन के इस दौर में को-ऑर्ड सेट को स्टाईल करने के पांच शानदार तरीके!
आज हम आपको ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं जिससे आप एक ही ड्रेस को बहुत से तरीकों से पहन सकती हैं. आज के समय में जब दौर फैशन का है तो ऐसे में महिलाएं कुछ आकर्षक और नया ट्राई करने की कोशिश करती हैं तो ड्रेसेज में महिलाओं के लिए को ऑर्ड ड्रेस सबसे बेहतर चुनाव है.
सोशल मीडिया | एक अलग नज़रिया | 2-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें