समाज | एक अलग नज़रिया | 2-मिनट में पढ़ें
इस लड़ाई में गलती महिला और पुरुष दोनों की है, तो फिर एक बेचारी और दूसरा पापी कैसे हो गया?
लड़ाई की शुरुआत महिला ही कर रही है. वही पहले झाड़ू से शख्स को मारती है. इसके बाद उस शख्स को गुस्सा आ जाता है और वह भी उसे मारने लगता है. यहां दोनों बराबर के दोषी हैं. दोनों ने गलती की है तो महिला भला बेचारी और पुरुष पापी कैसे हो गया?
समाज | एक अलग नज़रिया | 2-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 6-मिनट में पढ़ें
एक शादीशुदा महिला को घरेलू हिंसा पर बनी 'अम्मू' फिल्म क्यों देखनी चाहिए?
अम्मू एक ऐसी लड़की है जो अपने घर में बहुत खुश है. उसके अम्मा बाबा उसे बहुत प्यार करते हैं. पड़ोस में रहने वाला रवि से उसकी शादी करा दी जाती है. शादी के बाद कुछ दिनों तक तो सब ठीक रहता है मगर धीरे-धीरे रवि उसे अपना असली रूप दिखाना शुरु करता है. वह हर छोटी-छोटी बात पर अम्मू पर हाथ उठा देता है फिर उसके सामने रोकर माफी मांगता है
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
जब दामाद बेटी को थप्पड़ मरता है तो मांएं क्या सलाह देती आईं हैं और अब इसे क्यों बदल देना चाहिए?
मैं तुम्हें वही बातें बता सकती हूं जो मेरी मां ने मुझसे कहा था. पुरुषों को घर से बाहर जाकर बहुत सारा काम करना पड़ता है. वे हम पर गुस्सा नहीं उतारेंगे तो किस पर उतारेंगे? काम की वजह से कभी-कभी उनका मूड खराब हो जाता है. शादी के बाद यह सब सहना पड़ता है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 6-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
दिल्ली में 10 साल के बच्चे के साथ गैंगरेप, लड़कों का यह दर्द कौन समझेगा?
दिल्ली के सीलमपुर इलाके में एक 10 साल के बच्चे के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया है. इस जमाने ने लड़कों को मजबूती की संज्ञा देकर कठोर बना दिया. इतना कठोर की वे अपने दर्द को जमाने के सामने लाने से डरते हैं. वे अपने आंसुओं को गालों पर गिरने से पहले ही आंखों में पी जाते हैं.
सोशल मीडिया | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
पत्नी को सरेआम किस करके पति ने पाप कर दिया, लोगों ने उसकी पिटाई कर पुण्य कमा लिया?
अयोध्या की सरयू नदी में पति-पत्नी स्नान कर रहे थे. इसी बीच पति ने अपनी पत्नी को किस कर लिया. वहां मौजूद लोगों की नजरें उन पर चली गई. वे अपना नहाना छोड़कर पति को सबक सिखाने पहुंच गए, उन्होंने गंदी-गंदी गाली दी और उसकी पिटाई के बाद वीडियो वायरल कर दिया.
सोशल मीडिया | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें

