सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
पादरी जॉर्ज पोनइया के बाद राहुल गांधी को यति नरसिंहानंद से भी मिल लेना चाहिए
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिंदू धर्म के खिलाफ विवादित बयान देने के लिए कुख्यात पादरी जॉर्ज पोन्निया से मुलाकात की है. इस पादरी को कुछ समय पहले ऐसे ही बयानों के चलते जेल की हवा खानी पड़ी थी. कांग्रेस इस मुलाकात को सभी धर्मों के साथ संवाद के रूप में प्रचारित कर रही है. तो सवाल उठता है कि क्या राहुल गांधी यति नरसिंहानंद से भी मुलाकात करेंगे?
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
ओवैसी की नाराजगी FIR से ज्यादा यति नरसिंहानंद के साथ नामजद किये जाने से है
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) समेत 31 लोगों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने भड़काऊ बयान देने के लिए मामला दर्ज किया है. असदुद्दीन ओवैसी ने सिलसिलेवार 11 ट्वीट के जरिये एफआईआर से लेकर पीएम मोदी तक पर कई सवाल खड़े किए हैं. लेकिन, उनके भड़कने की आखिर वजह क्या है?
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
कल्पना कीजिये, प्रियंका-तौकीर रजा की जगह मोदी-नरसिंहानंद की मुलाकात हुई होती!
यूपी चुनाव 2022 (UP Election 2022) में मुस्लिम वोट बैंक को साधने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka gandhi) ने मौलाना तौकीर रजा खान (Taiqeer Raza Khan) से मुलाकात की है. ये वही मौलाना है, जिन्होंने भरी सभा में धमकी दी थी कि 'यदि मुसलमान युवाओं ने कानून अपने हाथ में ले लिया, तो हिंदुओं को कहीं पनाह नहीं मिलेगी.'
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
हरिद्वार धर्म संसद और तौकीर रजा की नफरती बातों पर खतरनाक अनदेखी!
हरिद्वार धर्म संसद (Haridwar Dharm Sansad ) में मुस्लिमों (Muslim) के खिलाफ हेट स्पीच दी गई, तो बरेली में मौलाना तौकीर रजा (Tauqeer Raza Khan) ने हिंदुओं के लिए नफरती बातें कहीं. लेकिन, इन हेट स्पीच (Hate Speech) पर समाज के जिम्मेदार लोगों की खतरनाक अनदेखी इससे उपजने वाले गुस्से को और बढ़ा देती है.
सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें
सियासत | बड़ा आर्टिकल
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें
अब बवाल उस कब्र पर जो जितेंद्र त्यागी ने वसीम रिजवी रहते अपने लिए बुक कराई थी
वसीम रिज़वी द्वारा इस्लाम धर्म त्याग कर त्यागी बन जाने और सनातन धर्म ग्रहण करने के बाद उसकी हयाती कब्र निरस्त कर दी गई. ऐसे में अब बची क़ब्र को शिया समुदाय के लोग अपने लिए खरीदना (आरक्षित) चाहते हैं और पूरा घटनाक्रम देखने लायक बन गया है.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
हिन्दू धर्म अपनाकर जितेन्द्र नारायण त्यागी ने वन-वे ट्रैफिक का नियम तोड़ा है!
जितेन्द्र नारायाण त्यागी उर्फ़ वसीम रिज़वी पढ़े-लिखे विवेकवान व्यक्ति हैं. लेखक और विचारक हैं. उनके निजी फैसले का सम्मान भी वैसे ही किया जाना चाहिए जैसे सैकड़ों सालों से 'स्वेच्छा' से इस्लाम अपनाने वालों के 'निजी' फैसलों का सम्मान किया जाता रहा है.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें





