
हिमांशु सिंह
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लेखक समसामयिक मुद्दों पर लिखते हैं
समाज | 5-मिनट में पढ़ें

हिन्दू धर्म अपनाकर जितेन्द्र नारायण त्यागी ने वन-वे ट्रैफिक का नियम तोड़ा है!
जितेन्द्र नारायाण त्यागी उर्फ़ वसीम रिज़वी पढ़े-लिखे विवेकवान व्यक्ति हैं. लेखक और विचारक हैं. उनके निजी फैसले का सम्मान भी वैसे ही किया जाना चाहिए जैसे सैकड़ों सालों से 'स्वेच्छा' से इस्लाम अपनाने वालों के 'निजी' फैसलों का सम्मान किया जाता रहा है.ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें

असम मामले के बाद केंद्रीय चुनाव आयोग को 'केचुआ' बोलना सच में बहुत गलत बात है!
ईवीएम असम में दूसरे चरण के मतदान के दौरान जिस कार में ईवीएम मिली वो भाजपा प्रत्याशी कृष्णेंदु पॉल की निकली. घटना का वीडियो साझा करते हुए, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है. देखना दिलचस्प रहेगा कि चुनाव आयोग इसपर क्या करता है.समाज | 4-मिनट में पढ़ें

तनिष्क का सेक्युलर ऐड और हिन्दुस्तानी सेक्युलरों की मंशा दोनों ही खतरनाक है!
तनिष्क (Tanishq) के विवादित वीडियो पर 'सेक्युलरों' की प्रतिक्रिया विचलित करने वाली है. ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रमोशन के नाम पर जो कुछ भी तनिष्क ने अपने फायदे के लिए किया है उसने दो समुदायों (Hindu Muslim Community) को जोड़ने के बजाय तोड़ने का काम ज्यादा किया है.समाज | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | 6-मिनट में पढ़ें

कोरोना काल में पुरबियों के बीच भोजपुरी की 'सोनू सूद' साबित हुई हैं नेहा सिंह राठौर
कोरोना (Coronavirus) के इस दौर में हमारे सामने भोजपुरी संगीत (Bhojpuri music) को नए पंख देती नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) भी सामने आई हैं जिन्होंने अपने गानों के जरिये कोरोना वायरस का दंश सहते लाखों प्रवासियों (Migrants) की भावना को अपने गानों में बताया है.समाज | 4-मिनट में पढ़ें

किताबों ने दुनिया को आबाद कम, बर्बाद ज्यादा किया!
कई मिथकों की तरह किताबों (Books) पर भी कई मिथक है. लॉक डाउन (Lockdown) के इस दौर में जब लोगों को सोशल मीडिया (Social Media) पर किताबों की तस्वीरें डालते देखते हैं तो महसूस होता है कि जहां एक तरफ इससे दुनिया को फायदा हुआ तो वहीं इसने दुनिया का खूब नुकसान भी किया.समाज | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें

Coronavirus epidemic ही दुनिया को और बेहतर बनाएगी!
कोरोना (Coronavirus) का ये दौर विश्वयुद्धों की तरह सदियों तक याद रखा जाएगा, और याद रखी जाएंगी वो गलतियां और समझदारियां जो हम आज करेंगे. 'लमहों ने खता की है, सदियों ने सज़ा पायी' वाली बात ऐसे ही किसी वक़्त में कही गयी होगी. फिलहाल जरूरत है अब तक की गयी गलतियों को सुधारने और उनसे सबक लेने की.समाज | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | 4-मिनट में पढ़ें

Thappad की कहानी को आगे बढ़ाने में हम सबकी भूमिका है
तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) की फिल्म थप्पड़ (Thappad movie release) तो पति-पत्नी के बीच होने वाली घरेलू हिंसा (Domestic Violence) की शुरुआत पर फोकस है. लेकिन, इसकी व्यापाक पहलू समाज की उस तस्वीर को उजागर करता है जिसमें हम सब भूमिका निभाते हैं.समाज | 4-मिनट में पढ़ें
ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें