समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
उस सरकारी टीचर की कहानी जिसके पढ़ाने के तरीके ने बच्चों को स्कूल आने पर मजबूर कर दिया
सरकारी टीचर खुशबू की कोशिश से इतने बच्चे स्कूल आने लगे हैं कि क्लास में बैठने की जगह तक नहीं बची है. वे हर छात्र में अपने बच्चे की छवि देखती हैं. वे बच्चों को पढ़ाने के लिए नए-नए रोचक तरीके अपनाती हैं. वे ध्यान रखती हैं कि बच्चे स्कूल में बोर ना हो और उनका मन लगा रहे. इसलिए वे खेलते-कूदते, नाचते-गाते, म्यूजिक के साथ बच्चों को पढ़ाती हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
लड़कियों, जैसी मन पड़े वैसी होली खेलो लेकिन अपना वीडियो मत बनाने दो
होली रंगों का त्योहार है मगर जबसे रील की दुनिया ने कदम रखा है होली का रूप बदल गया है. होली रील्स के नाम पर ऐसे-ऐसे वीडियो सामने आते हैं, जिसे देखने में शर्म आ सकती है. इसलिए कह रहे हैं लड़कियों, तुम्हारा जिस तरह से मन करे उस तरह से होली खेलना मगर किसी को अपना वीडियो मत बनाने देना.
सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें
गलती पर सोनू ने 'गरीबों' को ढाल बनाकर माफ़ी की आड़ में रेलवे पर तंज किया है!
चलती ट्रेन के दरवाजे पर बैठे सोनू सूद का एक वीडियो वायरल हुआ था. उत्तर रेलवे ने उन्हें लताड़ लगाई है कि उनके वीडियो से देश में गलत संदेश जाएगा. रेलवे के इस ट्वीट का रिप्लाई करते हुए सोनू ने माफ़ी तो मांगी लेकिन वो व्यवस्था पर तंज करना नहीं भूले.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
पत्नी रिवाबा के प्रचार में जुटे रवींद्र जडेजा क्या 2024 को लेकर 'गंभीर' हैं?
टीम इंडिया (Team India) के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे (Bal Thackeray) का वीडियो शेयर कर भाजपा (BJP) के पक्ष में वोट करने की अपील की है. लेकिन, ऐसा लगता है कि पत्नी रिवाबा (Rivaba Jadeja) के प्रचार में जुटे रवींद्र जडेजा 2024 की तैयारी कर रहे हैं.
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें
चाय जैसी पवित्र चीज में 'चीज़' डालकर ये क्या चीज बना दी है!
फ्यूजन के नाम पर क्या चाय के साथ प्रयोग हो सकते हैं? क्या चाय जैसी पवित्र चीज में 'चीज' डाली जा सकती है? कोई भी समझदार इंसान न में ही जवाब देगा. लेकिन कुछ अक्ल का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल कर लिया और चाय में 'चीज' डाल इतिहास रच दिया. अब बस वक़्त है शॉल और अवार्ड देकर ऐसे लोगों को सम्मानित करने का.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | 2-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें





