सिनेमा | 4-मिनट में पढ़ें

सनी देओल का भारत-पाक दोस्ती राग: बॉलीवुड की मति भ्रष्ट हो गई है!
बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल द्वारा भारत और पाकिस्तान को लेकर एक दिए गए एक बयान पर खूब विवाद हो रहा है. लोग उनकी बातों से आहत नजर आ रहे हैं. यहां तक कि उनकी आने वाली फिल्म 'गदर 2' के बहिष्कार तक की बात कही जा रही है. बॉलीवुड पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप तो पहले से लगता आ रहा है, लेकिन इस बार राष्ट्रीय भावनाओं पर चोट हुई है.
संस्कृति | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | बड़ा आर्टिकल

ऋषि वात्स्यायन के 'कामसूत्र' की वर्तमान समय में जरूरत क्या है?
कामसूत्र के रचयिता महर्षि वात्स्यायन के अनुसार यह शास्त्र पति-पत्नी के बीच धार्मिक-सामाजिक नियमों के शिक्षक का कार्य करेगा. किन्तु अफसोस कि जिस महान कृति में काम (यौन) को लेकर 64 कलाओं अथवा क्रियाओं का जिक्र किया गया उनका रूप, स्वरूप विकृत करके समाज के समक्ष प्रस्तुत किया गया.
समाज | 6-मिनट में पढ़ें

पोप ने Sex को सुंदर यूं ही नहीं बताया, ये वैटिकन का रूढ़िवादी नहीं, ओपन दर्शना था!
पोप ने 20 साल के 10 युवाओं से घंटों बात की है और उसे डॉक्यूमेंट्री में बदला है. डॉक्यूमेंट्री में युवाओं और पोप के बीच ज़बरदस्त डिस्कशन हुआ है. जो पोप के तर्क हैं उनपर कुछ जगह हम सहमत हो सकते हैं और कुछ जगह असहमत. कुलमिलाकर सेक्स, गर्भपात, हस्तमैथुन जैसी चीजों पर चर्च का रुख जानना रोचक तो है.
सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें

Adipurush फिल्म के पोस्टर में सकारात्मक बदलाव दर्शकों की ताकत दिखा रहा है!
फिल्म 'आदिपुरुष' का दूसरा पोस्टर हनुमान जन्मोत्सव पर जारी किया गया है. इसमें देवदत्त नागे अभिनीत श्री बजरंग बली के किरदार की एक झलक पेश की गई है. इसके साथ ही मेकर्स ने पिछले पोस्टर में की गई अपनी गलती को सुधारते हुए बजरंग बली के किरदार के गेटअप का धार्मिक भावनाओं के अनुरूप पूरा ख्याल रखा है.
सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें

Adipurush के मेकर्स के सामने नई मुसीबत, रिलीज पर संकट मंडरा रहा है!
ओम राउत के निर्देशन में बन रही 'बाहुबली' फेम एक्टर प्रभास की फिल्म 'आदिपुरुष' की मुसीबतें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. फिल्म के टीजर रिलीज के बाद से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब नए पोस्टर लॉन्च के साथ तेज हो गया है. मुंबई फिल्म के मेकर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. फिल्म को बैन करने की मांग की जा रही है.
संस्कृति | 6-मिनट में पढ़ें

सांस्कृतिक राष्ट्रत्व में है अलगाव की समस्या का समाधान
हमारी उदारता, संवदेनशीलता, मानवता के साथ ही सहिष्णुता का मूल कारण हमारी सांस्कृतिक विरासत है. वर्तमान चुनौतियों को देखते हुए और गौरवमयी भविष्य के लिए भारत और भारतीयता के हित में आज की राजनीति के केंद्र में सांस्कृतिक राष्ट्रत्व को लाने की आवश्यकता है.
संस्कृति | 3-मिनट में पढ़ें

तुलसी दास और रामचरित मानस से जुड़े वो तथ्य जिन्हें हमें जरूर जानना चाहिए
रामचरित मानस को बदला नहीं जा सकता है. इसके प्रभाव को धीरे-धीरे ख़त्म करने की कोशिश हो सकती है. ऐसा केवल अधिक जागरूकता के ज़रिये ही किया जा सकता है. डंडे चलाने से तथ्य ख़त्म नहीं होते हैं. तथ्यों को पहचानते हुए ही जागरूकता फ़ैलाई जा सकती हैं.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
