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समाज
| 2-मिनट में पढ़ें
नवेद शिकोह
@naved.shikoh
धार्मिक पाखंडियों के लिए किसी सुनामी से कम नहीं हैं 'सुहानी'...
सुहानी ने पूरे इंटरनेट पर तहलका मचाया हुआ है. सुहानी फेस रीडिंग में दक्ष है.वो लोगों के मन को पढ़ने के चमत्कार दिखा रही है. वो इस मनोविज्ञान या चमत्कार को कला कहती हैं.ऐसी कला में दक्ष बाबा, स्वामी, तांत्रिक, मौलाना,रम्माल या ईसाई धर्म गुरु लाखों-करोड़ों का दिल जीत लेते हैं. उनके दर्शन करने, उन्हें सुनने और उनके चमत्कार देखने हजारों लोग आते हैं.
समाज
| 4-मिनट में पढ़ें
prakash kumar jain
@prakash.jain.5688
Crying Is Important: समस्याएं विकराल होती चली गयीं चूंकि हम रोते नहीं
लोग रोना भूल रहे हैं. ना रोने के कारण तनाव में घिरते जा रहे हैं तो रोग ग्रस्त होते जा रहे हैं. रोना जीवन के लिए बहुत जरूरी है. यही वजह है कि जापान में एक शख्स लोगों को रोना सिखा रहा है. इसे 'रुई-कात्सु' समारोह कहा जाता है.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
'नींद की कमी इंसानों को स्वार्थी बनाती है', मतलब शायरों और कवियों ने मेहनत बेवजह की?
फैज़, फ़राज़, जौन एलिया, राहत इंदौरी, ग़ालिब, निदा फाज़ली हर वो शायर जिसने रात को जाग जाग कर शेर लिखे क्या वो सेल्फिश है? सवाल भले ही अटपटा हो जरूरी इसलिए क्योंकि जो शोध यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कली के शोधकर्ताओं ने किया है वो कुछ ऐसा ही बता रहा है.
समाज
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
Time Table फॉलो करने के बदले बच्चे को पैसे देने वाली मां बड़ी गलती कर रही है
किसी भी बच्चे के लिए उसका पहला स्कूल उसका अपना घर है. तो सवाल ये है कि क्या बच्चे रिश्वत लेने और देने का गुण घर पर ही सीखते हैं? सवाल इसलिए क्योंकि एक टाइम टेबल इंटरनेट पर वायरल हुआ है जो कुछ ऐसी ही बातें बता रहा है.
ह्यूमर
| 5-मिनट में पढ़ें
बिलाल एम जाफ़री
@bilal.jafri.7
IPL में LSG पर भले 24 लाख का जुर्माना लगा हो, KL Rahul ने लखवनियों की इज्जत बचा ली!
IPL में टीम लखनऊ के कप्तान केएल राहुल पर स्लो ओवर रेट के लिए जुर्माना लगा है. साथ ही टीम लखनऊ के अन्य खिलाडी भी नपे हैं. कोई आलोचना करे तो करे टीम लखनऊ ने अपनी लाज रख ली. यूं भी कहा जाता है लखनऊ आराम, फुर्सत, तसल्ली का शहर है.
सियासत
| 3-मिनट में पढ़ें
अनु रॉय
@anu.roy.31
Women's Day 2022: महिलाओं के खिलाफ पुरुष ही नहीं, महिलाएं भी लामबंद हैं!
International women's day पर चाहे कितने लम्बे लेख लिख दिए जाएं, कितने ही भाषण कर लिए जाएं जब तक औरतें, औरतों को सपोर्ट नहीं करेंगी हमें कोई जीत हासिल नहीं होने वाली. काश कि औरतें साथ वाली औरतों को आगे लाने में मदद करती न कि उसके बढ़ते कदम को पीछे खींचने की प्लानिंग प्लॉटिंग!
सोशल मीडिया
| 5-मिनट में पढ़ें
रमेश ठाकुर
@ramesh.thakur.7399
यूथ के Instagram Reels बनाने के शौक पर कहीं मौत तो नहीं मंडरा रही?
सोशल मीडिया पर सेंसेशन हर किसी को बनना है इसलिए युवा घंटों रील बनाने में मस्त रहते हैं, पढ़ाई-लिखाई, कामधंधे सब त्यागे हुए हैं. वैसे, रील और सेल्फी ये दोनों विधाएं मौजी हैं जिनका वास्तविक हकीकत से कोई लेना देना नहीं? लेकिन दोनों पर जानलेवा खतरे जबरदस्त मडंराए रहते हैं.
सियासत
| 5-मिनट में पढ़ें
सरिता निर्झरा
@sarita.shukla.37
थप्पड़ का मनोविज्ञान: स्मृति ईरानी ने मां के एक थप्पड़ का बखान करके गलती तो नहीं की?
महिला बाल विकास मंत्रालय की करता धर्ता स्मृति ईरानी का हालिया बयान, जहां उन्होंने मज़ाकिया ढंग से कहा कि, मनोवैज्ञानिक के पास जाने की बजाय उनकी मां एक थप्पड़ से उनके सारे ज्ञान चक्षुओं को ख़ोल देती थी, तमाम प्रश्न खड़े करता है.
सियासत
| 6-मिनट में पढ़ें
आईचौक
@iChowk
गणतंत्र दिवस पर पीएम मोदी की पगड़ी और उसके रंगों का मनोविज्ञान
जानकार कहते हैं कि नरेंद्र मोदी ने हर वर्ग और तबके की इस शान को अपनी पहचान के साथ जोड़ने के प्रयास के तौर पर इस परंपरा को शुरू किया. कृषि प्रधान देश होने की वजह से भी मोदी ने पगड़ी को अपनाकर एक बड़ा संदेश देने की लगातार कोशिश की है.