सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें
Aazam Movie Review: दो गुना थ्रिल का मजा देती है जिमी शेरगिल की नई फिल्म
Aazam Movie Review in Hindi: एक रात की इस कहानी में भरपूर थ्रिल है, भरपूर क्राइम और मिस्ट्री के भरपूर मसाले हैं. बिना कोई एकस्ट्रा मसाले के जब संयमित हाथों से मसाले किसी चीज़ पर बुरक छिड़क दिए जाएं तो वह देखने, दिखाने, बनाने और उसे चखने वालों पर करम जरूर करते हैं.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
किसकी सियासी गाड़ी दौड़ेगी सरपट, नरेंद्र मोदी की रैली के जरिए पूर्वी राजस्थान पर नजर
पूर्वी राजस्थान के दौसा जिले में 12 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम हुआ. वहीं इस महीने के आखिर में अमित शाह भी भरतपुर आ सकते हैं. बताया जा रहा है कि पार्टी के दोनों बड़े नेताओं का दौरा इसी महीने होना है ऐसे में भाजपा पूर्व में कांग्रेस के वोटबैंक में बड़ी सेंधमारी करना चाहती है.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
क्या प्रधानमंत्री मोदी की मुंबई यात्रा बीएमसी चुनाव की आहट हैं?
प्रधानमंत्री मोदी की मुंबई यात्रा को लेकर विपक्ष का मानना है कि यह पूरी तरह से राजनीतिक दौरा था. और बीएमसी ( मुंबई महानगर पालिका ) चुनावों के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी मुंबई आए. माना ये भी जा रहा है कि पीएम के मुंबई पहुंचने से कार्यकर्ताओं को बल मिलेगा.
सोशल मीडिया | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
जो श्रद्धा के पिता ने कहा वो हम चाह कर भी नहीं समझ सकते...
श्रद्धा के पिता विकास वाल्कर की एक-एक बात सुनकर यही लग रहा है कि उनका दिमाग पूरी तरह अपनी बेटी के मौत में उलझा हुआ है. ऐसा लग रहा है वे कहीं खोएं हुए हैं. शायद वे यही सोच रहे होंगे कि काश मैंने अपनी बेटी को जाने नहीं दिया होता. काश वह मेरी बात मान गई होती...
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
कोरियाई यूट्यूबर से छेड़छाड़ करने वालों पर शर्मिंदा न हों, बहुसंख्यक तो अथर्व जैसे हीरो ही हैं
कोरियाई लड़की (Korean Girl) से छेड़छाड़ (Molest) करने वाले मोबीन और मोहम्मद की वजह से जो शर्मिंदगी महसूस की जा रही है. वो हमारे समाज के बहुसंख्यक अथर्व जैसे लोगों को नहीं महसूस करनी चाहिए. क्योंकि, अथर्व को महिलाओं का सम्मान करने के संस्कार पहले से ही मिले हुए हैं. लेकिन, मोबीन और मोहम्मद जैसे छपरियों के लिए लड़कियां सिर्फ इस्तेमाल किए जाने की चीज ही हैं.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
सियासत | एक अलग नज़रिया | 7-मिनट में पढ़ें





