सोशल मीडिया | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें

Sidhu Moose Wala: पंजाबी गानों में शराब, गाली, बंदूक का क्यों है दबदबा?
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद मशहूर गायक दलेर मेंहदी ने कहा है कि पंजाब सरकार को अकड़ और घमंड वाले गानों पर रोक लगाना चाहिए. आजकल के गानों में उठा लो, मार दूंगा, फेंक दूंगा, काट दूंगा और गन के अलावा कुछ नहीं है. क्या ऐसे बनते हैं पंजाबी गाने?समाज | 4-मिनट में पढ़ें

Sonu Kumar: शिक्षा का अधिकार मांग रहा एक भावी आईएएस !
शिक्षा में पिछड़े सूबे बिहार में एक ऐसी ही अलख जली है. आशा की किरण दिखाने वाला एक गरीब बच्चा है. सोशल मीडिया पर बिहार के ग्यारह वर्षीय ग़रीब बालक सोनू की तमाम ख़ूबियां वायरल हो रही हैं और लोग उसके दीवाने बने जा रहे हैं. वो पढ़ना चाहता है लेकिन उसे अच्छा स्कूल मयस्सर नहीं है.समाज | 3-मिनट में पढ़ें

चूरू में सोनू की स्वीटी किसी टीटू की बनी और जमकर बेइज्जती हुई, वजह मुई शराब है!
राजस्थान के चूरू में अपनी ही शादी में शराब के नशे में धुत होकर पार्टी करने वाले दूल्हे को दुल्हन पक्ष की तरह से जो सबक सिखाया गया है उसने एक नजीर स्थापित की है. कह सकते हैं कि अब न केवल लड़की वाले बल्कि लड़कियां भी खुद जागरूक हो गयी हैं इसलिए शादी और उसकी रस्मों में लड़के वालों की मोनोपॉली नहीं चलेगी.ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें

शराब पीती स्कूली छात्राओं का वीडियो कितने तरह के ऐतराज सामने ला रहा है?
तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में स्कूली छात्रों ने चलती बस में शराब पी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आप सोच रहे होंगे कि ऐसी खबरें तो आती रहती हैं लेकिन नहीं, यह मामला इसलिए नजरों में ज्यादा आ रहा है क्योंकि शराब पीने वालों में लड़कियां भी शामिल हैं.समाज | 5-मिनट में पढ़ें

महंगी होने वाली Beer, नाली में बहाई गई Vodka युद्ध में क्रांति अब शराब की बोतलों से ही होगी!
Russia-Ukraine Conflict का खामियाजा बीयर के शौकीनों को चुकाना पड़ रहा है और इसके पीछे जो कारण हैं वो खासे दिलचस्प हैं. वहीं रूस के प्रति अपना विरोध दर्ज करने के लिए वोदका के साथ जो अमेरिकन लास वेगास में कर रहे हैं वो मूर्खता की पराकाष्ठा है. बाकी जैसे हालात हैं, विरोध और समर्थन के नामपर क्रांति अब शराब की बोतलों से होगी.सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

लॉकडाउन पर शराब का स्टॉक करने वाले तो प्रलय आने पर भी नहीं सुधरेंगे!
तमाम राज्यों की तरह तमिलनाडु भी कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर गंभीर है और राज्य सरकार ने तमाम तरह की पाबंदियां लगा दी हैं. ऐसे में जैसा लोगों का रवैया है, साफ पता चलता है कि उनकी प्राथमिकता महामारी से बचना नहीं बल्कि शराब और उसे धड़ल्ले से पीना है.सोशल मीडिया | 6-मिनट में पढ़ें
