सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
ताजपोशी पर चोरी का माल भारत को लौटाकर ब्रिटिश हुकूमत के दामन पर लगे दाग धुल लें चार्ल्स!
Queen Elizabeth II की मौत के बाद ब्रिटिश सिंहासन पर पहुंचे किंग चार्ल्स और उनकी पत्नी क्वीन कैमिला को वेस्टमिंस्टर एब्बे में एक धार्मिक समारोह में औपचारिक रूप से ताज पहनाया जाएगा. चूंकि न्यायप्रियता एक राजा का प्रमुख गुण होता है. इसलिए क्या अपनी ताजपोशी के बाद चार्ल्स भारत को वो खजाना लौटाएंगे जिसे ब्रिटिश भारत से चुराकर ब्रिटेन ले गए थे?
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
‘स्व’ के आधार पर छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्थापित किया ‘हिन्दवी स्वराज्य’!
राज्य संचालन के अन्य क्षेत्रों में भी शिवाजी महाराज ने ‘स्व’ की भावना के आधार पर व्यवस्थाएं बनायीं. स्वराज्य की अपनी मुद्रा होनी चाहिए इसलिए महाराज ने मुगलों द्वारा चलाई गई मुद्रा बंद करके सोने और तांबे के नये सिक्के जारी किए थे. शिवाजी ने बड़े आर्थिक व्यवहार के लिए स्वर्ण मुद्रा बनवायी, जिसे ‘होन’ नाम दिया गया. जबकि सामान्य आर्थिक व्यवहार के लिए तांबे की मुद्रा बनवायी गई, इस ताम्र मुद्रा को ‘शिवराई’ कहा गया.
सोशल मीडिया | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
Kashmir Files: भारत में मुस्लिम शासन के दौरान हिंदू अत्याचार की प्रयोगशाला रहा है कश्मीर
विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स की रिलीज के बाद घाटी में हिंदुओं पर हुए अत्याचार को लेकर बहस तेज हो गयी है लेकिन जब हम कश्मीर के इतिहास पर नजर डालें तो मिलता है पूर्व में भी ऐसा बहुत कुछ हो चुका है जो बताता है कि कश्मीर का इतिहास डरावना है.
समाज | 2-मिनट में पढ़ें
संस्कृति | बड़ा आर्टिकल
अरब शासक हज़रत अली, 4 साल के कार्यकाल में एक भी शख्स भूखा नहीं सोया!
पैगंबर मोहम्मद साहब के दामाद हज़रत अली का जन्मदिवस देश और दुनिया में धूमधाम से मनाया गया है. हज़रत अली चूंकि अरब के बादशाह रहे हैं इसलिए भारत में उनके इतिहास या उनके कार्यकाल से जुड़ी कम ही चीज़ें जानकारी में है. हज़रत अली कैसे शासक रहे हैं और उनकी कौन कौन सी बातें आज तक समाज को सबक सिखा रही है इसपर एक छोटी सी चर्चा तो ज़रूर होनी चाहिए.
समाज | 7-मिनट में पढ़ें
समाज | 5-मिनट में पढ़ें







