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शरत कुमार
sharat.kumar.127201
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सियासत
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4-मिनट में पढ़ें
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
43 डिग्री तापमान में सचिन पायलट की यात्रा के सियासी मायने क्या हैं?
सचिन पायलट अभी निर्णय लेने वाले पद पर नहीं रहे हैं. इसलिए टेस्टेड नहीं है. उपमुख्यमंत्री के रूप में काम काज की तारीफ होती है. ईमानदार नेता की छवि रही है. अगर, सचिन पायलट को निकाला जाता है तो उस सहानुभूति में राजस्थान में कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है.
सियासत
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7-मिनट में पढ़ें
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
शरद पवार की पलटी हुई रोटी सिकेगी या जलेगी, ये अबूझ पहेली है
शरद पवार आठवीं रोटी पलटने में लगे हैं. मगर पवार की रोटी कब सिकेगी इसके बारे में कोई अंदाजा नहीं लगा सकता. हालांकि इस बार लोग कह रहे हैं कि घर के चूल्हे में आग ज्यादा है रोटी जल भी सकती है. वैसे भी पवार को पावर चाहिए. रास्ता कोई भी हो.
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
क्यों कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव छलावा है और अगला अध्यक्ष रबर स्टंप ही होगा
उत्तर भारत में सबसे ज़्यादा वोट हैं. सभी राज्य के वोटरों ने प्रस्ताव पास कर राहुल गांधी को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के लिए भेज दिया है. तो फिर तय है कि जिसे गांधी परिवार चाहेगा वही अध्यक्ष बनेगा. यानी गांधी परिवार अध्यक्ष नहीं बनना चाहे तो उनका नॉमिनी ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकता है. अब यह चुनाव छलावा नहीं तो और क्या है?
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में आखिर चल क्या रहा है?
गांधी परिवार किसी भी सूरत में पार्टी पर कब्जा नहीं छोड़ना चाहता है. परिस्थितियां प्रतिकूल होने लगी तो राहुल गांधी चुना हुआ अध्यक्ष बनने को तैयार हो सकते हैं. और अगर वो नहीं मानें तो प्रियंका गांधी को आगे कर सबको चुप कराया जा सकता है. दरअसल कांग्रेस के संविधान के अनुसार अध्यक्ष के चुनाव से पहले पार्टी के संगठनात्मक चुनाव पूरे हो जाने चाहिए.
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
Kashmir Files: भारत में मुस्लिम शासन के दौरान हिंदू अत्याचार की प्रयोगशाला रहा है कश्मीर
विवेक अग्निहोत्री की फिल्म द कश्मीर फाइल्स की रिलीज के बाद घाटी में हिंदुओं पर हुए अत्याचार को लेकर बहस तेज हो गयी है लेकिन जब हम कश्मीर के इतिहास पर नजर डालें तो मिलता है पूर्व में भी ऐसा बहुत कुछ हो चुका है जो बताता है कि कश्मीर का इतिहास डरावना है.
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
Russia-Ukraine War की जड़ रूस-अमेरिकी विवाद में पर्दे के पीछे ग्रेट ब्रिटेन रहा है!
आधी दुनिया पर राज करने वाले ब्रिटिश शासन का खात्मा हो गया मगर दुनिया की इस 'मंथरा' ने जो रायता फैलाया है उसे पूरी दुनिया भुगत रही है.ताजा मामला रूस और यूक्रेन युद्ध का है. यदि आज दोनों देश एक दूसरे के खून के प्यासे हैं तो वजह ब्रिटेन ही है.
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
Congress की समस्या बीजेपी और आम आदमी पार्टी नहीं खुद कांग्रेस है!
पांच राज्यों में मिली शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस के चुनावी इतिहास में शायद यह पहला मौक़ा होगा जब इतनी बड़ी हार के बावजूद एक भी व्यक्ति ने इस्तीफ़ा नहीं दिया है. सवाल ये है कि क्या बूढ़ी हो गई कांग्रेस की जुम्बीश भी अब चली गई है?
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
हार के बाद कांग्रेसियों में सुगबुगाहट है,'मोदी से सीखिए वर्ना बख्श दीजिए'!
पांच राज्यों में किला फ़तेह करने के बाद पीएम मोदी और उनकी पूरी टीम ने Gujarat Assembly Elections के लिए कमर कस ली है. पीएम इसी सिलसिले में गुजरात में हैं. कांग्रेस और भाजपा में यही मूल अंतर है. कांग्रेस और राहुल गांधी शायद ही कभी इस तरह की मेहनत कर पाएं.
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
Russia-Ukraine Conflict: मिस्टर बाइडेन! यह मसला वोट का नहीं, भरोसे का है...
खुद यूक्रेन को अकेला छोड़ कर किनारे बैठकर धमकियां दे रहे अमेरिका पर भारत भरोसा कैसे करे कि वह मुसीबत में साथ खड़ा रहेगा. इसलिए भारत की यह रणनीति बिलकुल सही और साफ़ है कि ओल्ड इज़ गोल्ड, नया नौ दिन पुराना सौ दिन.पुराने और भरोसेमंद मित्र को छोड़कर नए की तलाश करना भारत के हित में नहीं होगा.
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
Ukraine special 4: क्या है पुतिन का व्लादिमीर प्लान, कौन है इस प्लान के पीछे?
पुतिन पश्चिमी मीडिया को Bunch of Lies कहते हैं मगर यह पूरा असत्य नहीं है. वैसे रूस कम्युनिस्ट देश रहा है मगर असल में वह कभी नास्तिक नहीं बन पाया. कम्युनिस्ट पतन से पनपे पुतिन रूस के धार्मिक उपदेशक शेवकुवनोव के सोहबत में रहते हैं जिसने सबसे पहले रूसी जनता को पुतिन के लिए पुतिन से ज़्यादा व्लादिमीर बोलने और पुकारे जाने की रणनीति बनाई.
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
Ukraine special 3: रूस-यूक्रेन युद्ध मुहब्बत और जंग की कहानी है...
Russia Ukraine Conflict को लेकर तमाम तरह की बातें हो रही हैं लेकिन हमें इस बात को समझना होगा कि रूस और यूक्रेन के युद्ध में मुहब्बत भी है और अदावत भी है. कैसे ? इतिहास है जिसमें ऐसा बहुत कुछ है जो बता रहा है कि संघर्ष के बीज सदियों पहले बोये गए थे.
सियासत
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शरत कुमार
@sharat.kumar.127201
Ukraine special 2: शीत युद्ध की साज़िशों की विरासत है यूक्रेन-रूस युद्ध!
1954 में रूस ने क्रीमिया को यूक्रेन को गिफ़्ट कर दिया जबकि केवल 22 फ़ीसदी क्रीमियन यूक्रेनी है. इसके बाद यूक्रेन के रहने वाले लियोनेड ब्रेझनेव सोवियत संघ के कम्युनिस्ट सेक्रेटरी बने. यूक्रेनियन के सोवियत संघ के मुखिया बनने पर दोनों इलाकों में जमकर जश्न मना. सोवियत संघ को अमेरिका-यूरोप के यूक्रेनी प्रोपोगांडा से निबटने और यूक्रेन का दिल जीतने की कोशिश के तौर पर इसे देखा गया.