समाज | 2-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें

मां की ममता सबको दिखती है पिता का दर्द किसी को महसूस क्यों नहीं होता?
वे लोग झूठे हैं जो यह कहते हैं कि पुरुष रो नहीं सकते, उन्हें दर्द नहीं होता. जबकि सच यह है कि एक पिता का दिल पत्थर का नहीं होता है, वह अपने बच्चों के लिए वह सब करता है जो कर सकता है. वह अपने परिवार को हर खुशी देना चाहता है. इसलिए दिन-रात मेहनत करता है.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें

जब 23 साल की बेटी को 47 साल की मां की प्रेग्नेंसी के बारे में पता लगा, उसने जो किया उस पर गर्व होगा
23 साल की बेटी को पता नहीं था कि उसकी मां गर्भवती (Pregnant Woman) हैं. मगर जब उसने यह खबर सुनी उसका रिएक्शन सकारात्मक था. जहां एक तरफ उसके माता-पिता इस बात को लेकर शर्मिंदा थे उसने अपने माता पिता को सम्मान के साथ इसे स्वीकार करना सिखाया.
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स्वाति को भद्दी गालियां देने वाले भी उसके पिता की तरह ही घिनौने अपराधी हैं!
स्वाति को सच क्यों नहीं बोलना चाहिए? क्यों उसे चुप रहना चाहिए? क्यों? उसे भी मालूम होगा कि भारतीय समाज किस तरह पेश आएगा फिर भी सच बोलना उसकी हिम्मत का परिचायक है. हां, इतना जानने के बाद भी आप मुंह छिपा रहे हैं. स्वाति को गालियां दे रहे हैं तो यह ज़रूर है कि आप इस तरह के घिनौने अपराध को बल दे रहे हैं.
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समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें

जो लोग कहते हैं कि पुरुष सैक्रिफाइस नहीं करते हैं, वे झूठ बालते हैं
यह धारणा गलत है कि सारा त्याग लड़कियां करती हैं. ऐसा कहने वाले शायद किसी जिम्मेदार शादीशुदा पुरुष से नहीं मिले हैं. पुरुष भी त्याग करते हैं. कभी बहन, कभी पत्नी, कभी मां तो कभी बेटी के लिए वो भी कुर्बानियां देते हैं. वो परिवार की जिम्मेदारी उठाने के लिए दिन रात काम करते हैं.
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सोशल मीडिया | 6-मिनट में पढ़ें

केरल के ट्रांसजेंडर कपल की प्रेग्नेंसी तस्वीरों पर बवाल तो होना ही था!
केरल के कोझिकोड में अपनी तरह का एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक ट्रांसजेंडर कपल ने अपनी प्रेग्नेंसी की तस्वीरों को इंटरनेट पर पोस्ट किया है. कपल का तस्वीरों को पोस्ट करना भर था, अच्छी से लेकर बुरी हर तरह की बात होनी शुरू हो गयी है.
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