समाज | 7-मिनट में पढ़ें
विश्व हिंदी दिवस: कुछ खरी खरी सुनने सुनाने की जरूरत आन पड़ी है!
World Hindi Day 2023: हिंदी प्रतिष्ठित हो रही है. अब किसी की जुर्रत नहीं है कहने की कि यदि सुंदर पिचाई आईआईटी में हिंदी में परीक्षा देते तो क्या गूगल में टॉप पोस्ट पर होते? निःसंदेह होते. मल्टीनेशनल जायंट के लिए ज्ञान मायने रखता है और ज्ञान भाषा का मोहताज नहीं होता.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
धरतीपुत्र, मुल्ला मुलायम, नेताजी... मुलायम सिंह यादव को कैसे मिले ये नाम, जानिए
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. राजनीति में मुलायम सिंह को धरतीपुत्र, नेताजी, मुल्ला मुलायम जैसे कई नामों से जाना जाता था. वहीं, उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए थे, जो विवादित भी रहे थे. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ किस्से...
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
हिंदी दिवस को एक और वर्ष बीत गया लेकिन आज भी स्थिति कोई बहुत अच्छी नहीं है!
हिंदी दिवस भले ही ख़त्म हो गया हो लेकिन कहा यही जाएगा कि हम वो लोग हैं जो हिंदी में ही सोचते हैं, हिंदी ही पढ़ते और सुनते हैं, हिंदी ही लिखते हैं इसलिए कहीं न कहीं हमारी दिली इच्छायही है कि हमारा हिंदुस्तानी समाज हिंदी बोलने को ही प्राथमिकता दे और हर घर हिंदी, हर दर हिंदी नजर आये.
समाज | 5-मिनट में पढ़ें
समाज | 3-मिनट में पढ़ें
...और इस तरह व्यवसायिकता ने हिंदी को सर्कस का शेर बना दिया
Hindi Diwas 2021 : हिन्दी अखबार और हिन्दी फिक्शन इंडस्ट्री (हिन्दी सिनेमा, टीवी धारावाहिक, विज्ञापन इत्यादि) हिन्दी भाषा के सबसे बड़े प्लेटफार्म हैं. इनकी व्यवसायिक हवस ने आसान और आम बोलचाल की भाषा को परोसने के नाम पर हिन्दी का बलात्कार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें
इंसानों को लेकर कुत्तों की समझ पर हुए शोध पर कौन विश्वास करेगा?
कुत्तों को लेकर एक रिसर्च हुई है और उसमें जो दावे किये गए हैं वो चौंकाने वाले हैं. कहा गया है कि कुत्ते मनुष्यों द्वारा बोले गए शब्दों को तो समझ नहीं पाते हां लेकिन उन्हें इंसानों की आवाज का जरूर पता होता है. वो मालिक की आवाज़ पहचानते हैं.
सिनेमा | बड़ा आर्टिकल
Angrezi Medium movie review: पिता सच में भावुक होता है बच्चों के लिए कुछ भी कर जाता है!
Angrezi Medium movie review: इराफन खान (irrfan-khan) स्टारर फिल्म अंग्रेजी मीडियम (Angrezi Medium movie release) रिलीज हो गई है. बाप बेटी के रिश्ते के उतार चढ़ाव को दर्शाती एक ठीक ठीक फिल्म होने के बावजूद फिल्म को दर्शक कम मिले हैं जिसकी एक बड़ी वजह भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का प्रकोप भी है.
सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें






