समाज | बड़ा आर्टिकल
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

शाहीनबाग़ पर बड़ी बिंदी गैंग, वामपंथियों, बुद्धिजीवियों को SC ने करारा थप्पड़ जड़ा है
शाहीनबाग़ प्रदर्शन (Shaheenbagh protest) पर फैसला देते हुए बड़ी बिंदी गैंग, वामपंथियों, बुद्धिजीवियों को सुप्रीम कोर्ट ने करारा थप्पड़ जड़ा है. देश की सबसे बड़ी अदालत ने शाहीन बाग़ के समर्थकों को बता दिया है कि नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के विरोध के नाम पर जो उन्होंने किया है वो कहीं से भी बर्दाश्त के काबिल नहीं है.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

Amnesty India: मानवाधिकार की आड़ में भारत सरकार के विरुद्ध क्या है प्लान?
एमनेस्टी इंडिया (Amnesty India) नामक विदेशी संस्था ने भारत में अपना काम रोक दिया है और भारत सरकार (Government Of India) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. सवाल ये है कि इन बेबुनियाद आरोपों को आधार बनाकर भारत सरकार को घेरना किस हद तक जायज है. कोई भी राय तब बनाई जाए जब हम दोनों पक्षों की बात सुनें.समाज | 5-मिनट में पढ़ें

'बिलकीस' दादी से कुछ सवाल, उम्मीद है जवाब आएं!
विश्व की मशहूर पत्रिकाओं में शुमार Time Magazine ने शाहीनबाग़ धरने (Shaheenbagh Protest) के जरिये लोकप्रिय हुईं दादी बिलकीस (Bilkis) को दुनिया के सौ सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल किया है. अब चूंकि बिलकीस सेलिब्रिटी स्टेटस हासिल कर चुकी हैं तो चंद जरूरी सवाल हैं जिनका जवाब हम उनसे जानना चाहेंगे.ह्यूमर | बड़ा आर्टिकल

शाहीन बाग प्रोटेस्ट मामले में कौन सच्चा: आप, बीजेपी या शहजाद?
शाहीन बाग (Shaheenbagh) धरने के पुरोधाओं में शामिल शहज़ाद अली (Shahzad Ali ) के भाजपा (BJP) ज्वाइन करने के बाद भले ही भाजपा (BJP) और आप (AAP ) तरह तरह की बातें कर रहे हों, लेकिन इतना तो साफ़ हो गया है कि राजनीति मौकों का खेल हैं इसमें सिकंदर वही है जो सही समय पर सही मौके को भुनाना जानता हो.सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

Shaheen bagh Protest: कोई भूला अगर शाम को घर लौटे तो उसे अपना कहते हैं, भूला नहीं!
शाहीन बाग (Shaheen bagh protest) धरने के प्रमुख आयोजनकर्ताओं में शुमार शहज़ाद अली (Shahzad Ali) का भाजपा (BJP) ज्वाइन करना ये बता देता है कि इस देश के मुसलमानों (Indian Muslims) को कोई खतरा नहीं है. नागरिकता (Citizenship) के नाम पर उन्हें सिर्फ बरगलाया गया था. परेशान उन लोगों को होना चाहिए जो देश में अवैध तरीके से रह रहे हैं.समाज | 5-मिनट में पढ़ें

Safoora zargar bail पर समर्थक खुश न हों, इसके पीछे तमाम नियम और शर्ते हैं!
दिल्ली दंगों की साजिश रचने के केस (Delhi riots conspiracy case) में सफूरा जरगर को जमानत (Safoora Zargar Bail) दिए जाने के बाद उनके समर्थक फूले नहीं समां रहे हैं मगर उन्हें समझना चाहिए कि जमानत की शर्तों ने सफूरा पर लगे आरोपों की गंभीरता को अंडरलाइन ही किया है.सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

Kapil Mishra के बचाव में राइट विंग बुद्धिजीवियों की जकरबर्ग को चिट्ठी!
दिल्ली दंगों (Delhi Riots) के मद्देनजर कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) की भूमिका फिर कपिल मिश्रा के बचाव में सामने आए राइट विंग बुद्धिजीवियों और फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) के बीच चिट्ठी के युद्ध ने एक नई बहस को आयाम दे दिए हैं.सियासत | बड़ा आर्टिकल