सियासत | बड़ा आर्टिकल

उद्धव ठाकरे अब भी मुगालते में हैं, जबकि महाराष्ट्र में राज ठाकरे जैसी हालत होने को है
महाराष्ट्र की मौजूदा राजनीति में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की भी हालत धीरे धीरे राज ठाकरे (Raj Thackeray) जैसी ही होती जा रही है - और ऐसा लगता है जैसे आखिर में ठाकरे की शिवसेना में ले-देकर विधायक के रूप में आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ही बचेंगे.सियासत | बड़ा आर्टिकल

उद्धव तो ले ही डूबे, ब्रांड बाल ठाकरे अब आदित्य के कंधे पर है
आदित्य ठाकरे पर ही अब पूरा दारोमदार है. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) तो अपनी पूरी पारी खेल चुके. क्या खोया और क्या पाया, ये अलग बात है, लेकिन बाल ठाकरे (Bal Thackeray) की विरासत खत्म नहीं हुई है - आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) चाहें तो बचा और बढ़ा सकते हैं.सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

एकनाथ शिंदे क्या आने वाले वक़्त में बीजेपी के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित होंगे?
भाजपा अभी से 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. महाराष्ट्र के लिए भी बीजेपी ने ठोस प्लान बनाया है. बीजेपी यह चाहती है की लोकसभा और विधान सभा चुनाव में उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन से हो . लोकसभा चुनाव में फ्रंट पर एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के सामने बीजेपी खुद को देखना चाहती है.सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

Uddhav Thackeray Vs Eknath Shinda: किसकी होगी शिवसेना पार्टी? जानिए कैसे सौंपा जाता है पार्टी सिंबल
महाराष्ट्र में जारी सियासी ड्रामे में लड़ाई का अगला दौर शिवसेना के पार्टी चिन्ह के लिए होगा. क्योंकि एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे दोनों ने ही अपनी अपनी तरफ से दावा किया है कि उनकी शिवसेना ही असली शिवसेना है. तो भविष्य में भी हम दोनों को टकराते देख सकते हैं और तब वजह पार्टी का सिम्बल रहेगा.सियासत | बड़ा आर्टिकल

उद्धव को सर्वाइवल के लिए किसके साथ की ज्यादा जरूरत है - कांग्रेस-NCP या बीजेपी?
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) फिर से बीजेपी से हाथ मिला लेते और देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) के मुख्यमंत्री बनने में पहले की तरह खड़े हो जाते तो मुश्किलें कम हो सकती थीं, लेकिन शरद पवार (Sharad Pawar) से ताजा मुलाकात के बाद वो आगे बढ़ने का इरादा कर चुके हैं.सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

Maharashtra Political Crisis: कारण जो शिवसेना को भाजपा से दूर रहने को मज़बूर करते हैं!
महाराष्ट्र में सरकार बचाना उद्धव ठाकरे के लिए बड़ी चुनौती है. यदि शिंदे ने बगावत की है तो इसका जिम्मेदार भारतीय जनता पार्टी को बताया जा रहा है. अगर आज भाजपा और शिवसेना एक दूसरे के दुश्मन बने हैं तो ये यूं ही नहीं है. इसके पीछे जो कारण हैं वो कई मायनों में खासे दिलचस्प हैं.सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

उद्धव के 'वनवास' के पीछे किसने निभाई 'मंथरा और कैकेयी' की भूमिका?
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ा है. लेकिन, उन्हें मुख्यमंत्री आवास 'वर्षा' छोड़ना पड़ गया. देखा जाए, तो उद्धव को एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की वजह से 'वनवास' नहीं मिला. सत्ता से वनवास का कारण मंथरा और कैकेयी की भूमिका निभाने वाले कोई और ही किरदार हैं.सियासत | बड़ा आर्टिकल

शिवसेना की बगावत में बीजेपी से ज्यादा कसूरवार उद्धव ठाकरे हैं
उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) वाकिफ तो हर बात से थे, लेकिन बीमारी की परवाह न करने का जो नतीजा होता है, वही हुआ. सीधे हार्ट अटैक. शरद पवार के अनुसार भी तो ये तीसरा अटैक है. देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) मिशन पर थे - एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) शिकार हो गये.सियासत | बड़ा आर्टिकल
