सिनेमा | 5-मिनट में पढ़ें
दीपिका पादुकोण और कैटरीना कैफ साथ क्या आईं, लोग रणबीर कपूर पर निशाना साधने लगे
यशराज फिल्म्स के स्पाई यूनिवर्स की फिल्म 'टाइगर वर्सेज पठान' में बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण और कैटरीना कैफ एक साथ नजर आने वाली हैं. इस बात की सूचना जैसे ही लोगों मिली सोशल मीडिया पर रणबीर कपूर निशाने पर आ गए. लोगों का कहना है कि इस फिल्म में रणबीर कपूर को विलेन के रोल में कास्ट किया जाना चाहिए.
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पिछले 6 साल से ब्लॉकबस्टर के लिए तरस रहे सलमान खान अब 'टाइगर 3' के भरोसे हैं!
सलमान खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'किसी का भाई किसी का जान' की बॉक्स ऑफिस पर धीमी शुरूआत ने मेकर्स की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. इस फिल्म की तुलना शाहरुख खान की 'पठान' से की जा रही थी, जिसके मुकाबले फिल्म की ओपनिंग एक तिहाई कम रही है. सलमान पिछले 6 साल से एक अदद हिट के लिए तरस रहे हैं. उनकी आखिरी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'टाइगर जिंदा है' साल 2017 में रिलीज हुई थी. ऐसे में अब सलमान स्पाई यूनिवर्स की फिल्म 'टाइगर 3' के भरोसे हैं.
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बॉलीवुड की बदनामी और बायकॉट के असर से फिल्म मेकरों के हौंसले ठंडे बस्ते में
बॉक्स ऑफिस पर बॉलीवुड की फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही है. इसकी वजह से हिंदी फिल्म मेकर्स के अरबों रुपए में डूब गए हैं. अब लगातार कई प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में डाल दिए गए हैं. इसकी वजह से रणवीर सिंह, आदित्य रॉय कपूर, वरुण धवन और ईशान खट्टर जैसे कलाकारों का करियर अब खतरे में हैं. हालत है ये कि इन कलाकारों के पास इस वक्त कोई फिल्म नहीं है.
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मिशन मजनू-बॉर्डर से घृणा करने वाला PAK भी अवैध तरीके से पठान में 'भारत भक्ति' देख रहा है
शाहरुख खान की पठान किस तरह से देशभक्ति फिल्म कही जा सकती है- अगर पाकिस्तान में उसे सामूहिक रूप से देखा और दिखाया जा रहा है. पाकिस्तान में भारतीय फ़िल्में बैन हैं इसके बावजूद. वहां बॉर्डर जैसी फ़िल्में हमेशा बैन रही जिसे देशभक्ति फिल्म माना जाता है. यहां तक कि मिशन मजनू को भी एंटी नेशनल कहा जा रहा है.
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सिनेमा | बड़ा आर्टिकल
पठान के साथ 'साइलेंट रेबिलियन' शाहरुख की एक सिनेमाई यात्रा तो पूरी हुई, अब आगे का खेल क्या है?
मैं हूं ना से पठान तक शाहरुख खान की फिल्मों में एक निरंतरता और कनेक्शन नजर आता है. ऐसा लगता है जैसे शाहरुख मुसलमानों की छवि बदलने निकले हैं लेकिन नई-नई चीजें भी स्थापित कर रहे हैं. बावजूद कि वह रत्तीभर भी भारत का विचार नहीं है लेकिन विजुअल के जरिए वह भागीरथ प्रयास करते तो दिखते हैं. शाहरुख सच में एक शांत विद्रोही ही हैं जैसा कि एक पत्रिका ने कवर छापकर बताया भी है.
सिनेमा | बड़ा आर्टिकल
बिना पैसे खर्च किए भी पठान को देख सकते है, एडवांस बुकिंग को लेकर दावों का सीधा संकेत तो यही है?
पीवीआर के शेयर लगातार नीचे गिर रहा है. इसे भी पठान के साथ जोड़कर देखा जा रहा है. हालांकि शेयर मार्केट में कई ब्रांड्स के शेयर गिरे हैं और उनका पठान से कनेक्शन नहीं. वैसे फिल्म की एडवांस बुकिंग को लेकर कई तरह की संदिग्ध चीजें दिख रही हैं. जो किसी भी लिहाज से पठान के कारोबारी पक्ष में नहीं हैं.
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