सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

राजनीतिक पेचीदगी में क्यों फंसी सारस-आरिफ की मित्रता?
यूपी में आरिफ और सारस की दोस्ती ने सारस को बचाने के प्रयास में शांत हो चुके शासन-प्रशासन स्तर की कोशिशों में भी चेतना ला दी है. यूं कहें कि एक इंसान और एक पक्षी की दोस्ती की ललकार ऐसे फैली कि सबको गहरी नींद से जगा दिया. फिलहाल इस प्रकरण ने ‘सारस संरक्षण अभियान’ को फिर से हवा देने के साथ-साथ सियासत भी तेज हो गई है.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

मायावती मुश्किल में, इधर जाएं या फिर उधर...
सियासत में कभी भी कुछ भी हो सकता है. ऊंट की नई करवट किसी भी पुराने बयान या संकेत को ग़लत भी साबित कर सकती हैं. ताज्जुब नहीं कि भाजपा के खिलाफ एकजुटता मूर्तरूप ना ले सके. संभव ये भी है कि ना.. ना... करके मायावती भी विपक्षी खेमें में शामिल हो जाएं. यदि ऐसा हुआ तो महागठबंधन और बसपा दोनों को लाभ हो सकता है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

यूपी का आरिफ बेवजह बलि का बकरा बना, असली हंटर तो सारस है...
सारस का बार बार आरिफ के घर आना और उसके साथ रहना स्वतः इस बात की पुष्टि कर देता है कि दोष किसी भी एंगल से आरिफ का है ही नहीं। दोस्ती के नाम पर सारस ने उसके साथ धोखा किया और उसे ठगा. क्या सारस अब इस बात का जवाब दे पाएगा कि उसने फॉरेस्ट डिपाटमेंट को धोखे में रखकर आरिफ की लंका किस रणनीति के तहत लगाई?
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

आज़म से अच्छा तो सारस है, विरोध में अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस तो की है
आज़म खान के सपोर्ट में सपा अध्यक्ष उतना मुखर नहीं हुए जितना होना चाहिए था. कुछ लोग कह रहे हैं कि अखिलेश की नजर में आजम खान से ज्यादा अहमियत सारस की है. सारस के जाने पर प्रेस कांफ्रेंस की तो इसके बाद आज़म खान का दर्द भी बयां कर दिया। आज़म से अच्छा तो सारस ही है.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

जाति जनगणना सिर्फ मुद्दा, शिया जनगणना ग्राउंड पर...
लखनऊ में एक वीडियो संदेश के जरिए प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा शियों को इज्तिमा मे इकट्ठा होने की भावुक अपील करते हुए मौलाना कल्बे जवाद ने कहा है कि कुछ विरोधी उलमा हमारी जनसंख्या को कम बताने की गलतफहमियां पैदा करते रहे हैं. जिससे हमारी सियासी वैल्यू माइनस ज़ीरो हो गई है. जबकि सच्चाई इसके ठीक विपरीत है.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

यूपी की सियासत पर अब पूरी तरह काबिज हो गए हैं योगी आदित्यनाथ
आगामी लोकसभा चुनाव में यूपी ही तीसरी बार जीत के लिए भाजपा का रामबाण बन सकता है. तमाम राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि योगी आदित्यनाथ की हिन्दुत्व और विकास के मॉडल वाली छवि राष्ट्रीय ख्याति हासिल कर रही है. भाजपा के लिए योगी का चेहरा और लोकप्रियता लोकसभा चुनाव जीतने का रामबाण बन सकता है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
सियासत | बड़ा आर्टिकल

क्या उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का यह सही दौर चल रहा है?
हाल ही में उत्तरप्रदेश में जो घटना हुई है उससे पूरे देश में सियासी परा गरम है. राजूपाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके सरकारी गनर की प्रयागराज में हुई हत्या के मामले से उत्तर प्रदेश की सियासत गर्माने का मौका दे दिया हैं. यह हत्याकांड से पूरा प्रदेश ही नहीं पूरे देश में चर्चा है.
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