सियासत | बड़ा आर्टिकल
सियासत | 2-मिनट में पढ़ें
समाज | 6-मिनट में पढ़ें
भारत में अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार समझौते के तीस वर्ष: सफ़र, पड़ाव, और चुनौतियां...
भारत में अंतर्राष्ट्रीय बाल अधिकार समझौते के 30 साल का सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. यूएनसीआरसी को स्वीकार करने के बाद हमारे देश में बच्चों के पक्ष में कई उल्लेखनीय पहल की गयी हैं, कई नए कानून, नीतियां और योजनायें बनायीं गयी हैं. सवाल ये है कि क्या ये कारगर हैं? आइये समझते हैं...
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें
भारत को 'ज्ञान' देने वाले इस्लामिक देश उइगर मुस्लिमों पर चीनी कहर पर शांत क्यों हैं?
उइगर मुस्लिमों (Uyghurs Muslim) खिलाफ चीन (China) की क्रूरता को बेनकाब करने के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) में अमेरिका ने बहस का प्रस्ताव रखा था. लेकिन, इस प्रस्ताव के लिए हुई वोटिंग में भारत समेत 11 देशों ने हिस्सा नहीं लिया. और, पाकिस्तान, कतर, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया जैसे इस्लामिक राज्यों ने तो उइगर मुस्लिमों के दुर्दशा पर बहस को उचित तक नहीं माना. और, प्रस्ताव के विरोध में वोट किया.
सोशल मीडिया | 6-मिनट में पढ़ें
जनसंख्या असंतुलन से कैसे टूटते हैं देश? इस ट्विटर थ्रेड से समझिए...
हाल ही में आरएसएस (RSS) चीफ मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा था कि धर्म के आधार पर जनसंख्या असंतुलन (Population Imbalance) की अनदेखी करने के दुष्परिणाम सामने आना तय है. वैसे, बहुत से लोगों का मानना है कि भारत में जनसंख्या नीति लाकर सिर्फ मुस्लिमों को निशाना बनाया जाएगा. जनसंख्या असंतुलन से देश कैसे टूटते हैं? इसका जवाब इस ट्विटर थ्रेड से जानिए...
सियासत | बड़ा आर्टिकल
कांग्रेस अध्यक्ष कोई यूएन महासचिव जैसा पद तो है नहीं - फिर थरूर चुनाव क्यों लड़ रहे हैं?
शशि थरूर (Shashi Tharoor) अपने आजाद ख्याल की वजह से ही संयुक्त राष्ट्र महासचिव बनने चूक गये. भला अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के मुकाबले उसी थरूर को गांधी परिवार क्यों स्वीकार करेगा - और ऐसी हालत में वो कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) का चुनाव क्यों लड़ रहे हैं?
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें
श्रीलंका के लिए 'संकटमोचक' राष्ट्रपति साबित हो सकते हैं यशवंत सिन्हा!
आर्थिक और राजनीतिक संकट (Sri Lanka Economic Crisis) से जूझ रहे श्रीलंका को अर्थशास्त्र और विदेश नीति में निपुण एक मजबूत चेहरे की जरूरत है. और, भारत सरकार चाहे तो यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को श्रीलंका का मानद राष्ट्रपति बनवाकर संकटग्रस्त देश की मदद की पेशकश कर सकती है. वैसे भी भारत के राष्ट्रपति चुनाव में सिन्हा के चांस नजर नहीं आ रहे.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
UN की अनधिकृत चेष्टा व भारत के विरोध के पीछे कौन है, और क्यों?
गुजरात के गोधरा में तीर्थयात्रियों को जिन्दा जला दिया गया. तब उसकी तीखी प्रतिक्रिया हुई. उस प्रतिक्रिया को गुजरात दंगा कहकर विश्वभर में प्रचारित किया गया. कांग्रेस सरकार ने राज्य की सरकार के प्रति राजनीतिक दुराग्रह के चलते इसे पोषित भी किया. इस दुष्प्रचार ने भारत को वैश्विक मंचों पर बहुत कमजोर किया और देश को कई महत्वपूर्ण राजनयिक सम्बन्ध खोने पड़े.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें




