
जावेद अनीस
@javed.anis
स्वतंत्र पत्रकार , सामजिक, राजनीतिक मुद्दों और फिल्मों पर नियमित लेखन
सिनेमा | 12-मिनट में पढ़ें
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

Sedition Law: अंग्रेजो के जमाने का काला कानून आजाद भारत का लाड़ला क्यों हैं?
मई 2022 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा करीब डेढ़ सदी पुराने राजद्रोह कानून पर अपना फैसला सुनाते हुए रोक लगा दी गयी थी. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से उन लोगों को जमानत मिलने की उम्मीद देने का काम किया है जो इस कानून की वजह से लंबे समय से जेल में हैं.सिनेमा | 7-मिनट में पढ़ें
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

महज कागजी न रहे बच्चों की सहभागिता का सवाल
दुनिया के अधिकतर समाजों में बच्चों की भागीदारी को लेकर गंभीरता दखने को नहीं मिलती है. न तो सरकार और न ही समाज बच्चों की आवाज को इस काबिल मानती है कि सुनी जाए. वे सोचते हैं कि बच्चे खुद से सोचने, समझने, निर्णय लेने और किसी मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करने लायक नहीं हैं.सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
समाज | 9-मिनट में पढ़ें

शिक्षा का अधिकार कानून: 12 साल का चुनौतियों भरा सफर
स्कूलों की सामुदायिक निगरानी और सहयोग की तरफ ध्यान देने की जरूरत है, पिछले दस वर्षों के दौरान काफी स्कूलों में शाला प्रबंधन समितियों के गठन तो हो चुके हैं अब इनके सशक्तिकरण की जरूरत है. इसके लिये सिर्फ प्रशिक्षण ही काफी नहीं होगा बल्कि शाला प्रबंधन समितियों की भूमिका व जवाबदेहीता को और ठोस बनाने, इसके ढांचे के बारे में पुनर्विचार करने की भी जरूरत होगी.सियासत | 10-मिनट में पढ़ें
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The Muslim Vanishes: एक जरूरी नाटक, जो काल्पनिक होते हुये भी सच्चाई के बहुत करीब है!
सईद नकवी की किताब 'द मुस्लिम वैनिशेस' किताब मूलतः एक काल्पनिक व्यंग्य नाटक है. जो भारत की मौजूदा राजनीति के परिप्रेक्ष्य में कई महत्वपूर्ण सवाल उठाती है. एक नाटक होने के बावजूद इसका मंचन मुश्किल लगता है. इसका कारण एक तो इसमें किरदारों की भरमार है और दूसरा विषय की जटिलता, इसके चलते इसका मंचन मुश्किल होगा.सियासत | 12-मिनट में पढ़ें
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