सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

पोलैंड पर गिरी रूसी मिसाइल 'विश्वयुद्ध रोकने वालों' ने दागी हैं!
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच पोलैंड (Poland) में रूसी मिसाइलों से दो लोगों की मौत की खबर से हड़कंप मच गया था. क्योंकि, अभी तक रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से जिस तीसरे विश्व युद्ध (World War) के भड़कने की संभावना जताई जा रही थी. पोलैंड पर रूसी मिसाइल से हमले के बाद पूरी दुनिया अचानक ही उसकी दहलीज पर आ खड़ी हो गई थी.
सियासत | 3-मिनट में पढ़ें

Russia Ukraine War: बेगानी शादी में चेचन्या कमांडर की वजह से क्या दुनिया का मुसलमान दीवाना होगा
शायद ही चेचन्या (Chechnya) के कमांडर रमजान कादिरोव (Ramzan Kadyrov) की अपील का दुनियाभर के मुसलमानों (Muslim) पर कोई असर पड़ेगा. हां, भारत के कट्टरपंथी मुस्लिमों की बात नहीं की जा सकती है. क्योंकि, वो तो भारत को आजादी मिलने से पहले भी तुर्की के खलीफा को हटाए जाने पर खिलाफत आंदोलन तक चला चुके हैं.
सोशल मीडिया | 4-मिनट में पढ़ें

क्या भारत के खिलाफ कोई गहरी साजिश रच रहा है अमेरिका?
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने 2022 के लिए भारत (India) की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया है. जबकि, इससे पहले जुलाई में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया था. ऐसी कई अन्य खबरों के हवाले से सोशल मीडिया पर एक यूजर ने दावा किया है कि ये भारत के खिलाफ एक गहरी अमेरिकी साजिश (USA Conspiracy) है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल

पेलोसी के कारण चीन-ताइवान-अमेरिका के बीच रिश्ता हुआ वॉर ट्रायंगल वाला
पेलोसी अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के हिंद-प्रशांत क्षेत्र के दौरे के हिस्से के रूप में ताइवान पहुंची थीं. पिछले 25 सालों में ताइवान का दौरा करने वाली वो पहली अमेरिकी शीर्ष अधिकारी हैं. पेलोसी के दौरे से चीन और अमेरिका के संबंध अब तक के सबसे खराब दौर में पहुंच गए हैं.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें

आखिर 'बॉर्न टू रूल' सिंड्रोम से कब बाहर आएंगे राहुल गांधी?
लंदन में हुए 'आइडिया फॉर इंडिया' कार्यक्रम (Ideas of India Conclave) में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने भारत के संविधान, अर्थव्यवस्था, कांग्रेस के चिंतन शिविर, विदेश नीति जैसे तमाम मुद्दों पर एक बार फिर अपना 'अलग' नजरिया रखा. उनका ये नजरिया कांग्रेस से मिले 'बॉर्न टू रूल' वाले सिंड्रोम का ही असर दिखाई पड़ता है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
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मोदी को रूस-यूक्रेन युद्ध रुकवाने के लिए क्या मना पाएंगे यूरोपीय देश?
प्रधानमंत्री अपनी अल्प यात्रा के दौरान ही सात देशों के आठ-दस प्रमुख नेताओं से मिले, उनके साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बातचीत को आगे बढ़ाया. साथ ही सबसे प्रमुख मुलाकातें उनकी दुनिया के उन पचास प्रमुख कारोबारियों से रही जो भारत आकर निवेश रूपी व्यापार करने के इच्छुक हैं, उन्हें प्रधानमंत्री ने न्योता दिया है. उम्मीद है अगले कुछ समय बाद मोदी की यूरोप यात्रा के सुखद परिणाम दिखाई देने लगेंगे.
सियासत | 4-मिनट में पढ़ें

दो महीनों बाद कैसा है Russia-Ukraine War का हाल...
रूस यूक्रेन का युद्ध किस ओर जाएगा, इसका ठीक ठाक अंदाजा लगा पाना काफी मुश्किल है. मगर हालिया दिनों में कुछ घटनाक्रम इस युद्ध के थमने की उम्मीद बंधाते हैं. अभी हाल के हफ़्तो में कई देशों के नेताओं ने यूक्रेन और रूस का दौरा किया है और कई देशों ने फ़ोन पर इन देशों से संपर्क किया है.
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