सोशल मीडिया | बड़ा आर्टिकल
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें

ऑस्ट्रेलियाई स्कूली पाठ्यक्रमों में पंजाबी भाषा शामिल होना गर्व की बात तो है!
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने हाल में लागू की अपनी नई शिक्षा नीति में अब पंजाबी भाषा को भी जोड़ लिया है. उनके इस निर्णय को भारत सरकार और प्रत्येक भारतीयों ने खुलेदिल से सराहा है. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने अपने सभी निजी व सरकारी स्कूलों के पाठ्यक्रमों में पंजाबी को पढ़ाने का फैसला किया है जो प्री-प्राइमरी से लेकर 12वीं तक के पाठ्यक्रमों में अब से पढ़ाई जाया करेगी.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें

राहुल गांधी की कैंब्रिजीय कहानियों की जमीन कहां है?
भारत में दिए गए राजनीतिक भाषणों की तर्ज परकैंब्रिज में राहुल गांधी ने अपने सामान्य निरर्थक विचारों और झूठे दावों के साथ माहौल बनाने की कोशिश की हो. लेकिन वो अपनी ही कही बातों में कुछ ऐसा उलझे कि कहानी सुनने वाले लोगों के लिए कहानी के सिरे पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो गया.
ह्यूमर | 5-मिनट में पढ़ें

JNU के नए नियमों ने गंगा ढाबे पर बैठे तमाम कॉमरेड्स की हवा टाइट कर दी है!
छात्र प्रदर्शनों का केंद्र रहे जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जमकर लगाम कसी है. नए नियमों के मुताबिक़ परिसर में धरना देने पर छात्रों पर 20,000 रुपये का जुर्माना और हिंसा करने पर 30,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है. हिंसा के दोषी पाए गए स्टूडेंट्स का एडमिशन भी रद्द किया जा सकता है.
समाज | 2-मिनट में पढ़ें

पुस्तक समीक्षा: कभी गांव कभी कॉलेज
ये कहानी है ऊंची दुकान के फ़ीके पकवानों की, बड़े-बड़े नाम वालों की, पर छोटे दर्शन वालों की. कहानी में जब-जब कॉलेज का ज्वार चढ़ता है, गांव में आते ही भाटा सिर पर फूट जाता है. कहानी के हर छात्र का सपना आईएएस/आईपीएस बनने का नहीं है, कोई सरपंच भी बनना चाहता है तो कोई कॉलेज ख़त्म होने के पहले ही ब्याह का प्लेसमेंट चाहता है.
सिनेमा | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | 3-मिनट में पढ़ें

फेल शिक्षा व्यवस्था से नौकरी की परीक्षा पास करने वाले युवा कैसे निकलेंगे?
देश के तमाम युवा जो दिशाहीन हैं और उनका कोई लक्ष्य नहीं है. इसका कारण है हमारी शिक्षा व्यवस्था. सरकार जब तक शिक्षा प्रणाली अपनी व्यवस्था में सही बदलाव नहीं करती तब तक युवाओं के साथ मज़ाक होता रहेगा और वो नौकरी के लिए दर दर की ठोकरें खाते रहेंगे.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें