समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें

चाहे जो भी हो एक मां को ये 10 बातें अपनी बेटी को नहीं सिखानी चाहिए
जमाना बदल रहा है इसलिए मांओं को भी अपनी सोच बदलनी होगी. आपकी बेटी बाहर जाती है, दोस्तों से मिलती है, कॉलेज जाती है...उसकी भी अपनी एक सोच है, अपना एक नजरिया है. ऐसे अगर आप उससे वही घिसी पिटी पुरानी बातें कहेंगी तो वह आपसे दूर होती जाएगी.
समाज | एक अलग नज़रिया | 3-मिनट में पढ़ें
समाज | 3-मिनट में पढ़ें

दुनिया का हर बेटा नरेंद्र मोदी जैसा क्यों होना चाहिए? वजह है मां से मिले संस्कार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात दौरे पर हैं. वहां उन्होंने घर जाकर अपनी मां हीराबेन के पैर पखारे और आशीर्वाद लिया. मौका था, हीराबेन अपने जीवन के सौवें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं. उनके स्वस्थ और दीर्घायु होने की कामना के साथ एक बेटे का यह आचरण क्या किसी भी तरह हंसी उड़ाने का मुद्दा बन सकता है? लेकिन मोदी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आने पर ऐसा हुआ...
ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें

साम्प्रदायिक दंगे सौहार्द बनाते हैं, एकता भी स्थापित करते हैं!
दंगे साम्प्रदायिक सौहार्द बढ़ाते है. जब हिंदू-मुस्लिम दंगे होते हैं तो हिन्दू समाज में जातियों के भेद समाप्त हो जाते हैं. आपस में एकता स्थापित हो जाती है. हिन्दू जाग जाता है और एक हो जाता है. इसी तरह हिंदू-मुस्लिम तनाव के बीच मुस्लिम समाज में मसलकों के बीच दूरियां मिट जाती हैं.शिया-सुन्नी मतभेदों पर विराम लग जाता है.
सिनेमा | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
सोशल मीडिया | 6-मिनट में पढ़ें

साक्षी चोपड़ा गायक-गीतकार हैं या अंडरगारमेंट्स की मॉडल? अब दादा रामानंद सागर को क्या कहें?
My Life, My Rules के सिद्धांत को अपनाकर जिंदगी जीने वाली गायक- गीतकार साक्षी चोपड़ा अपने फैशन सेंस के चलते आलोचकों के निशाने पर हैं. यूजर्स द्वारा कहा यही जा रहा है कि रामानंद सागर के रूप में जिसके परदादा का लेवल ऐसा हो और जो इतने संस्कारी और आध्यात्मिक हों, परपोती इस तरह उनका नाम मिट्टी में मिलाएगी सोचना भी मुश्किल है.
समाज | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 4-मिनट में पढ़ें
समाज | एक अलग नज़रिया | 5-मिनट में पढ़ें
