सियासत | बड़ा आर्टिकल
प्रियंका ने कांग्रेस को फलक पर भले न बिठाया हो, खाक से उठा तो दिया ही है
10 मार्च को प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के पास रिपोर्ट कार्ड में दिखाने के लिए सीटों का नंबर भले ज्यादा न हो, लेकिन कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ताओं का जोश इस हद तक तो बढ़ा ही दिया है कि यूपी चुनाव (UP Election 2022) के बाद वे भविष्य को उम्मीद भरी नजरों से देख सकें.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
'कुछ बात' है यूं ही नहीं मनीष तिवारी को कांग्रेस में किराएदार नहीं, हिस्सेदार होना याद आ गया!
अच्छी बात है मनीष तिवारी कांग्रेस में अपने को किराएदार नहीं, हिस्सेदार समझते हैं. मगर सवाल है कि क्या सोनिया ऐसा समझती हैं? क्या राहुल और प्रियंका ऐसा समझते हैं? असल में जैसा इतिहास रहा है सिंधिया, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद सब ऐसा सोचते थे फिर दुनिया ने देख लिया कि क्या हुआ...
सिनेमा | 7-मिनट में पढ़ें
सियासत में रियासत: राजा भैया से संजय सिंह तक, राजनीतिक अखाड़े में कूदे राज परिवारों की दास्तान
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग खत्म हो चुकी है. इस चरण में वेस्ट यूपी की 11 जिलों की 58 सीटों पर वोटिंग हुई है. इसमें 623 कैंडिडेट्स की किस्मत ईवीएम में लॉक हो गई है. वैसे इस बार के चुनाव में भी कई राज परिवारों (Royal Families) की इज्जत भी दांव पर लगी है.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
स्वामी प्रसाद मौर्य का पडरौना सीट से 'पलायन' समाजवादी पार्टी को भारी पड़ेगा!
यूपी चुनाव 2022 (UP Election 2022) से पहले समाजवादी पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) को भाजपा (BJP) के ओबीसी वोटों (OBC Vote) में सेंध लगाने का बड़ा हथियार माना जा रहा था. लेकिन, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए आरपीएन सिंह (RPN Singh) ने अब स्वामी प्रसाद मौर्य को उनकी सुरक्षित सीट पडरौना से पलायन करने पर मजबूर कर दिया है.
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
RPN Singh ने कांग्रेस छोड़ी है तो दोष प्रियंका गांधी का है!
यूपी चुनाव 2022 (UP Election 2022) से पहले कांग्रेस (Congress) की मुश्किलों में इजाफा करते हुए पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्वांचल में धमक रखने वाले आरपीएन सिंह (RPN Singh) ने 'देर आए, दुरुस्त आए' कहते हुए भाजपा (BJP) का दामन थाम लिया है. और, आरपीएन सिंह का कांग्रेस से जाने में प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का ही दोष है.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें





