समाज | 4-मिनट में पढ़ें
सियासत | बड़ा आर्टिकल
भारतीय राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की अभी और जरुरत है
निश्चय ही राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ने से महिला एवं पुरुष दोनों के विकास का एक नया दौर शुरू हुआ है. और इसके परिणाम बेहतर ही होंगे किंतु यह तभी संभव होगा जब एक ओर पुरुष वर्ग व्यापक सामाजिक-राजनीतिक हित में महिला सहभागिता पर गंभीर हो तथा दूसरी ओर देश की महिलाएं अपने राजनीतिक अधिकारों की समता के लिए पुरज़ोर संघर्ष करें.
सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
महज कागजी न रहे बच्चों की सहभागिता का सवाल
दुनिया के अधिकतर समाजों में बच्चों की भागीदारी को लेकर गंभीरता दखने को नहीं मिलती है. न तो सरकार और न ही समाज बच्चों की आवाज को इस काबिल मानती है कि सुनी जाए. वे सोचते हैं कि बच्चे खुद से सोचने, समझने, निर्णय लेने और किसी मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करने लायक नहीं हैं.
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लाउडस्पीकर से परेशानी क्या है? कभी मुस्लिम मुहल्लों में रमजान में सोकर तो देखिये!
लाउडस्पीकर के सन्दर्भ में आई एक याचिका को ख़ारिज करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि मस्जिदों पर लाउडस्पीकर लगाना मौलिक और संवैधानिक अधिकारों के दायरे में नहीं आता है. मुस्लिम मोहल्ले का बाशिंदा होने के नाते, मुझे बहुत सुकून मिला इस फैसले से.
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झगड़ालू बहू को संयुक्त घर में रहने का अधिकार नहीं, तो फिर वह कहां जाए?
पति-पत्नी में लड़ाई होना अलग बात है लेकिन एक बहू (daughter in law) अपना ससुराल अपना घर छोड़कर आखिर कहां जाएगी. शादी के बाद मायके में ज्यादा दिन रहने पर समाज वाले अलग ताना मारते हैं. वहां मायके वाले खुद शादी के बाद बेटी की जिम्मेदारी से घबराते हैं.
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