सियासत | 5-मिनट में पढ़ें
तो क्या संघ के सर्वे ने डाल दिए हैं पीएम मोदी के माथे पर चिंता के बल?
संघ ने अपने सर्वे में पाया है कि भाजपा के पास चुनाव जीतने के लिए इस वक्त एक ही सिंगल चेहरा है और वह हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. तय है अगर 2024 में भाजपा नरेंद्र मोदी को प्रोजेक्ट करती है तो 180 सीटें जीत सकती है. अगर ऐसा नहीं होता है तो 30-35 सीटों पर सीधा नुकसान होगा.
सियासत | 7-मिनट में पढ़ें
आपातकाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका क्या थी?
12 जून 1975 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने निर्णय सुनाया था कि इंदिरा गांधी ने वर्ष 1971 के लोकसभा चुनाव में अनुचित तरीके अपनाए. न्यायालय ने उन्हें दोषी ठहराते हुए उनका चुनाव रद्द कर दिया था. इंदिरा गांधी के चुनाव क्षेत्र रायबरेली से उनके प्रतिद्वंदी राज नारायण थे. यद्यपि चुनाव परिणाम में इंदिरा गांधी को विजयी घोषित किया गया था.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
योगी मॉडल कर्नाटक तक भले पहुंच गया हो, लेकिन दिल्ली अभी बहुत ही दूर है
योगी मॉडल (Yogi Model) उत्तर प्रदेश से निकल कर देश के अलग अलग हिस्सों में धाक जमाने लगा है, लेकिन संघ और बीजेपी में अंतिम फैसला अब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का ही होता है - योगी आदित्यनाथ (Yogi adityanath) के सामने अभी लंबा सफर बाकी है.
सियासत | बड़ा आर्टिकल
Rahul Gandhi की लंदन स्पीच- गुजरात चुनाव के लिए ये कैसा कैंपेन?
केरोसिन (Kerosene) छिड़कने वाले इल्जाम को छोड़ दें तो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने लंदन में बीजेपी को लेकर कोई नयी बात नहीं कही है - लेकिन गुजरात चुनाव (Gujarat Election 2022) कैंपेन शुरू करने के लिए विदेशी धरती की जरूरत क्यों पड़ने लगी है?
सियासत | बड़ा आर्टिकल
हिन्दू राष्ट्र से कितना अलग होगा मोहन भागवत के सपनों का अखंड भारत?
अखंड भारत (Akhand Bharat) की डेडलाइन के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने अहिंसा और लाठी का जिस तरीके से जिक्र किया है, क्या उसके दायरे में सिर्फ वे हैं जो हिंदुत्व में भरोसा नहीं रखते? या जो भारत के खिलाफ हैं - क्या इसमें युद्ध (War) की भी चेतावनी है?
सियासत | 6-मिनट में पढ़ें
ह्यूमर | 4-मिनट में पढ़ें
उफ् ये हिंदू लड़कियां, धर्म के प्रति गौरव जागता ही नहीं!
धर्मांतरण से बचने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कुछ बहुत जरूरी बातें बताई हैं जिन्हें युवाओं विशेषकर हिंदू लड़कियों को ध्यान में रखना चाहिए. बाकी हल्द्वानी में आयोजित प्रोग्राम में मोहन भागवत ये साफ़ कर चुके हैं कि जब हिंदू जागेगा, तब दुनिया जागेगी.
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सियासत | 5-मिनट में पढ़ें





